रिजर्व कोटे की जमीन की समय से पहली बोली रखने पर मजदूरों ने की नारेबाजी
गांव खेड़ी में रिजर्व कोटे की 42 बीघा जमीन की बोली बगैर नोटिस दिए रखे जाने के विरोध में जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी इकाई खेड़ी ने नारेबाजी की।
संवाद सूत्र, शेरपुर, संगरूर : गांव खेड़ी में रिजर्व कोटे की 42 बीघा जमीन की बोली बगैर नोटिस दिए रखे जाने के विरोध में जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी इकाई खेड़ी ने नारेबाजी की। इस मौके पर कमेटी के नेता जसवंत सिंह ने बताया कि जमीन की बोली की पहले सूचना दी जाती है ताकि लोगों को बोली किए जाने संबंधी समय पर पता चल सके और कोई बाद विवाद न हो। लेकिन पंजाब सरकार द्वारा जमीन की बोली तय समय से पहले करवाई जा रही है। इससे गांव में माहौल तनावपूर्ण हो जाता है। इसी कड़ी के तहत एक बार फिर गांव खेड़ी में रिजर्व कोटे की जमीन की बोली लोगों को सूचना दिए बगैर रखी गई। यह बोली जून महीने में होती है। बोली रखे जाने का पता चलते ही जमीन प्राप्ति कमेटी के नेतृत्व में मजदूरों ने नारेबाजी की। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी न पहुंचने से बोली रद हो गई है। इस मौके पर मौजूद कुलवंत कौर, वीरपाल कौर, गुरदेव कौर, कुलदीप कौर ने कहा कि जब तक गेहूं का सीजन निपट नहीं जाता किसी प्रकार की बोली नहीं करने दी जाएगी। इस संबंधी बीडीपीओ ब्लाक विकास व पंचायत अफसर शेरपुर जुगराज सिंह ने कहा कि वह सरकार के आदेश पर गांव की रिजर्व कोटे की जमीनों की बोली करवा रहे हैं। लेकिन गांव खेड़ी की बोली मजदूरों की सहमति से रद की गई है।