बेरोजगार अध्यापकों ने नौकरी के लिए शिक्षा मंत्री की कोठी का किया घेराव
गत 17 वर्षों से शिक्षा विभाग में बतौर वालंटियर काम करते विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
गत 17 वर्षों से शिक्षा विभाग में बतौर वालंटियर काम करते विभिन्न संगठनों के अध्यापकों ने शिक्ष मंत्री विजयइंद्र सिंगला की कोठी के आगे प्रदर्शन किया। इस मोके पर अध्यापकों ने 8393 प्री प्राइमरी अध्यापकों की पोस्ट नियमित न करने पर धोखा देने का आरोप लगाया। इस मौके पर अध्यापकों ने कैप्टन सरकार व शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी भड़ास निकाली। इससे पहले अध्यापकों ने श्री नैना देवी पार्क में एकत्रित हो राज्य स्तरीय रोष रैली की। जिसके बाद अध्यापकों द्वारा रोष मार्च भी किया गया। अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला की कोठी के समक्ष तकरीबन डेढ़ घंटा तक धरना लगा यातायात को बाधित किया। इस मौके पहुंचे नायब तहसीलदार (अमरगढ़) जसकरण सिंह ने अध्यापकों को लिखित में भरोसा दिया कि सात नवंबर को चंडीगढ में उनकी पैनल बैठक करवा दी जाएगी। जिसके बाद अध्यापकों ने धरना समाप्त कर दिया। धरने के चलते शहर में जगह-जगह लगे जाम के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा, जिससे लोगों ने नाराजगी भी व्यक्त की।
इस मौके राज्य नेता गगन अबोहर, दविदर सिंह संधू, वीरपाल सिधाना, जसवंत पन्नू, कुलविदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने कच्चे अध्यापकों को 8393 प्री प्राइमरी पोस्टों पर रेगुलर करने की बात कही थी। लेकिन अब सरकार उनसे धोखा कर रही है। सरकार अपने किए हुए किसी वादे को पूरा करने में असफल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उन्हें तुरंत रैगुलर न किया तो संघर्ष ओर तेज किया जाएगा। मौके पर हरविदर सिंह, करमिंदर सिंह, हरप्रीत कौर, सुनील कुमार, लखविदर भटीवाला आदि उपस्थित थे।