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आशा वर्करों को कुर्सी से उतारा, समागम का बायकाट, धरना लगाया

कम्युनिटी हेल्थ सेंटर शेरपुर में कोविड के नियंत्रण के मद्देनजर रखे सम्मान समारोह के दौरान अस्पताल के सीनियर अधिकारी द्वारा आशा वर्करों को कुर्सी से नीचे उतार दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 06:20 PM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 06:20 PM (IST)
आशा वर्करों को कुर्सी से उतारा, समागम का बायकाट, धरना लगाया
आशा वर्करों को कुर्सी से उतारा, समागम का बायकाट, धरना लगाया

संवाद सूत्र, शेरपुर (संगरूर)

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कम्युनिटी हेल्थ सेंटर शेरपुर में कोविड के नियंत्रण के मद्देनजर रखे सम्मान समारोह के दौरान अस्पताल के सीनियर अधिकारी द्वारा आशा वर्करों को कुर्सी से नीचे उतार दिया गया। इसके रोष में आशा वर्करों ने समागम का बायकाट कर दिया। इसके बाद अस्पताल के गेट के समक्ष धरना लगाकर एसएमओ व बीईई अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की।

बता दें कि प्रोग्राम देश में सौ प्रतिशत कोविड टीकाकरण मुकम्मल होने व महामारी में अच्छा काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सर्टिफिकेट देकर हौंसला अफजाई के लिए रखा गया था। इसमें जिला टीकाकरण अफसर संगरूर डा. वनीता नागपाल पहुंचे थे।

धरने के दौरान आशा वर्कर किरणपाल कौर खेड़ी व यूनियन नेता रणजीत सिंह ने कहा कि एसएमओ शेरपुर डा. कृपाल सिंह द्वारा जोखिम में जान डालकर सेवाएं निभानी वाली वर्करों को बाहर निकालकर उनके सम्मान को चोट पहुंचाई है जब तक वह माफी नहीं मांगेंगे धरना जारी रहेगा। सोमवार को समूह आशा संगठन से बैठक कर काम का बायकाट किया जाएगा।

इस मौके बलविदर कौर सुपरवाइजर, कंवजीत कौर, परमजीत कौर, सिदरपाल कौर, कमलेश रानी, जगजीत कौर, सुखजिदर कौर आदि मौजूद थे।

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किसी से पक्षपात नहीं किया एसएमओ डा. कृपाल सिंह ने कहा कि आशा वर्कर सेहत विभाग की रीढ़ की हड्डी हैं। समागम में उन्हें शिरकत करने के लिए आमंत्रण दिया था। ऐसे में उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। वह खुद उनके बात कर मामले को हल करेंगे।

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मिल जुलकर काम करें

जिला टीकाकरण अफसर डा. वनीता नागपाल ने कहा कि वह महामारी में काम कर रहीं आशा वर्करों, आंगनबाड़ी मुलाजिमों और सेहत विभाग के स्टाफ को सर्टिफिकेट देकर अभिनंदन करते आए थे। समागम के बीच बवाल होना निदनीय है। आशा वर्करों से बात की जाएगी, क्योंकि महामारी पर फतेह हासिल करने में आशा वर्करों का अहम योगदान है। -------- जानबूझकर नीचे उतारा

आशा वर्कर किरणपाल कौर ने कहा कि समागम में महामारी के दौरान काम करने वाले सभी मुलाजिमों को बराबर आमंत्रण दिया गया था। समागम में कुछ अधिकारियों द्वारा आशा वर्करों को जानबूझकर कुर्सी से नीचे उतार दिया गया जिससे उनके आत्म सम्मान को ठेस पहुंची है।


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