फतेहवीर की मौत की उच्च स्तरीय जांच के लिए भूख हड़ताल शुरू, सामाजिक संगठनों ने दिया धरना
फतेहवीर सिंह की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर समाजसेवी संगठनों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
जेएनएन, संगरूर। फतेहवीर सिंह की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर समाजसेवी संगठनों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। रविवार को समाजसेवी संगठन चंडीगढ़-बठिंडा बाईपास रोड पर इकट्ठे हुए और धरना शुरू किया। लोगों की भीड़ को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
भूख हड़ताल के दौरान कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिंह सिंगला की कोठी का घेराव किया जाना था, लेकिन बाद में यह फैसला रद कर दिया गया। धरने की अगुआई रणदीप सिंह दियोल और संघर्ष कमेटी के प्रति मनप्रीेत सिंह नमोल ने की। बता दें कि विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से पंजाब सरकार और प्रशासन के खिलाफ धरना शुरू किया गया है और उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। उक्त संगठन फतेहवीर सिंह की मौत के लिए जिला प्रशासन अौर पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
109 घंटे बाद बोरवेल से निकाला था फतेहवीर
जिले के सुनाम के नजदीकी गांव भगवानपुरा में 140 फीट गहरे दस वर्ष पुराने बोरवेल में गिरे दो वर्षीय बच्चे फतेहवीर सिंह को नहीं बचाया जा सका था। बोरवेल में गिरे बच्चे को 109 घंटे के बाद निकाला गया था। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बच्चे को बाेरवेल से निकालने के बाद तुरंत एंबुलेंस से डीएमसी अस्पताल ले जाया गया था, वहां से उसे चंडीगढ़ पीजीआइ रेफर कर दिया गया। पीजीआइ में बच्चे काे मृत घोषित कर दिया था।
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