अंधविश्वासी लोग किस्मतवादी व उत्साहहीन होते हैं : मेवा सिंह
आदर्श स्कूल में बच्चों को अंधविश्वास के खिलाफ जागरूक किया।
जागरण संवाददाता, संगरूर : आदर्श मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में तर्कशील सोसायटी संगरूर के प्रतिनिधि धर्मवीर सिंह, कमलजीत सिंह, नछत्तर सिंह, मास्टर परमवेद की अगुआई में एक तर्कशील समागम आयोजित किया गया। लेक्चरर मेवा सिंह ने तर्कशील टीम का स्वागत करते सभी को अपनी सोच वैज्ञानिक बनाने का संदेश दिया। इकाई के संगठन प्रमुख मास्टर परम वेद ने अंधविश्वास, वैज्ञानिक सोच व आत्म विश्वास संबंधी संबोधन करते हुए कहा कि सुनी-सुनाई बातों को बिना सोचे-समझे, परखें, पड़ताल किए बिना मान लेना अंधविश्वास है। सोच-विचार व तर्क की कसौटी पर परख करके मानना तर्कशील-वैज्ञानिक सोच है। अंधविश्वासी लोग किस्मतवादी, उत्साहहीन होते हैं। अंध-विश्वास मनुष्य की सोचने की शक्ति बदल देता है। वैज्ञानिक सोच का धारणी आत्म विश्वासी होता है, आत्म विश्वास मनुष्य को कुछ नया करने की प्रेरणा, हौंसला, उत्साह, उर्जा व दृढ़ता प्रदान करता है। उन्होंने विद्यार्थियों को वैज्ञानिक सोच अपनाने का संदेश देते कहा कि यह सोच जिदगी, सामाजिक व कुदरती व्यवहार की सच्चाई जानने की एक विधि है। जीवन शैली है जो हर घटना की वैज्ञानिक व्याख्या करती है। समाज में गरीबी, बीमारी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार आदि पिछले जन्म के कर्मो के कारण नहीं बल्कि घटिया सामाजिक प्रबंध की देन है। मानसिक समस्याएं या रहस्यमय घटनाएं अज्ञानता, दिमागी बोझ, पारिवारिक पक्षपात के कारण पैदा होती हैं। इस दुनिया में जो भी घटनाएं घटित होती हैं उनका कारण जानना ही तर्कशीलता है। रेलवे स्टेशन सुपरिटेंडेंट तर्कशील सदस्य कमलजीत सिंह ने सभी को अंध-विश्वास से निकलकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित किया। तर्कशील सोसायटी के सदस्यों ने विद्यार्थियों को 10 अगस्त को स्कूल में करवाई जा रही विद्यार्थी चेतना परख परीक्षा की तैयारी करने को कहा। इस मौके जोगा सिंह, विजय कुमार, मेवा सिंह, मनदीप कौर, मनजीत कौर, गुरप्रीत कौर, कुलवीर सिंह, गुरवीर सिंह, कुलविदर सिंह, सुनील यादव आदि उपस्थित थे। स्टेज संचालन गुरप्रीत कौर ने किया।