लाकडाउन व नाइट कर्फ्यू में गिरा अपराध का ग्राफ
कोरोना महामारी के मद्देनजर पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए नाइट कर्फ्यू के चलते जिले में आपराधिक गतिविधियों पर भी नकेल कसने में मदद मिली है।
जागरण संवाददाता, संगरूर
कोरोना महामारी के मद्देनजर पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए नाइट कर्फ्यू के चलते जिले में आपराधिक गतिविधियों पर भी नकेल कसने में मदद मिली है। शहर भर में रात के समय पुलिस की गश्त बढ़ गई है, जिससे न केवल आपराधिक घटनाएं कम हुई है, बल्कि सड़क हादसे, छीना-झपटी की वारदातों में भी कमी आई है। बेशक कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है, लेकिन लोगों को अपराध से मुक्ति अवश्य मिल गई है।
पिछले 15 दिन की बात करें तो 92 कोरोना लाकडाउन व नाइट कर्फ्यू के उल्लंघन के ही मामले सामने आए हैं, जो अन्य दर्ज मामलों में सबसे अधिक हैं। मारपीट के 18, एक्साइज, एनडीपीएस व जुआ खेलने के 51 मामले दर्ज हुए हैं। इसी समय के दौरान दुष्कर्म का एक, अश्लील छेड़छाड़ का एक, धोखाधड़ी व ठगी के भी कई मामले सामने आए हैं। लाकडाउन व नाइट कर्फ्यू के कारण लोग अपने घरों तक ही सीमित हैं। सड़क हादसों की रफ्तार भी काफी कम हो गई हैं, जिससे कीमती जिदगी बच रही हैं। नाइट कर्फ्यू के कारण चोरी की वारदातों में भी कमी आई है। जिले में इन दिनों छह चोरी व लूट की एक वारदात ही हुई है।
उधर जिला बरनाला में भी अपराध का ग्राफ गिरा है। जिले के ग्यारह पुलिस थानों व शहर बरनाला के थाना सिटी वन, थाना सिटी टू व पुलिस चौंकी बस स्टैंड की बात की जाए तो पिछले एक पखवाड़े यानि पन्द्रह दिनों में चोरी अथवा लूट की बड़ी वारदात दर्ज नहीं की गई। जिले के इन थानों में दो पक्षों में मारपीट के कई केस जरूर दर्ज किए गए हैं। इस दौरान पुलिस ने सड़क हादसे के दो केस, डीसी के निर्देशों का पालना न करने पर 188 के पांच केस दुकानदारों पर दर्ज किए हैं, चोरी के तीन केस व एक कैदी के फरार होने का केस दर्ज किया है। एसएसपी संदीप गोयल के नेतृत्व में डीएसपी लखबीर सिंह टिवाना, सीआइए प्रभारी इंस्पेक्टर बलजीत सिंह व उनकी पुलिस टीम की ओर से 24 घंटे गश्त जारी है। एसएसपी संदीप गोयल ने कहा कि जिले में क्राइम नहीं होने देंगे।
----------------------- - पैरोल पर गए व वापस न लौटे कैदियों पर पांच केस दर्ज जिला जेल संगरूर में 22 अप्रैल को प्रताप सिंह उर्फ काला निवासी जोलियां के खिलाफ केस दर्ज किया गया। प्रताप सिंह कोविड के दौरान पैरोल पर अपने गांव गया था, परंतु वह जेल में हाजिर नहीं हुआ। पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर तलाश आरंभ कर दी है। संगरूर पुलिस ने 23 अप्रैल को कैदी मेवा सिंह निवासी उभावाल पर केस दर्ज किया। जिला जेल से मेवा सिंह को 29 मार्च 2020 को पैरोल पर रिहा किया गया था। उसे छह अप्रैल 2021 को जेल में वापस हाजिर होना था, लेकिन वह वापस नहीं आया। मेवा सिंह वर्ष 2011 में दर्ज हत्या के मामले में सजा काट रहा था। इसके अलावा जिला जेल सुपरिंटेंडेंट के आदेश पर पुलिस ने कैदी दलीप सिंह निवासी उभावाल पर भी केस दर्ज किया। उसे भी छह अप्रैल 2021 को जेल में हाजिर होना था। थाना दिड़बा में 25 अप्रैल को पुलिस ने जसवंत सिंह निवासी सफीपुर खुर्द पर केस दर्ज किया। उसे 6 अप्रैल 2020 को पैरोल पर भेजा गया था व कोरोना के चलते समय-समय पर पैरोल का समय बढ़ाया गया। आठ अप्रैल 2021 को उसकी पैरोल रिहाई खत्म हो गई थी।
----------------------
- चोरी के मामले: 06
- धोखाधड़ी व ठग्गी: 10
- नकदी लूटने व झपटमारी: 03
- मारपीट करने: 17
- इरादा-ए-कत्ल: 01
- अश्लील छेड़छाड़ व दुष्कर्म: 02
- एनडीपीएस, आबकारी व गैंब्लिग एक्ट: 51
- नाइट कर्फ्यू, लाकडाउन का उल्लंघन: 92
- सड़क हादसे: 12