महामारी के दौर में सरकार ने लोगों को महंगाई की चक्की में पीसा : ढींडसा
लहरागागा (संगरूर) केंद्र व पंजाब सरकार कोरोना टैक्स के नाम पर जनता की जेब पर भारी पड़ रही है।
संवाद सूत्र, लहरागागा (संगरूर) :
केंद्र व पंजाब सरकार कोरोना टैक्स के नाम पर जनता की जेब खाली करने का प्रयास कर रही है, जबकि चाहिए तो यह था कि महामारी के बुरे दौर में लोगों को आर्थिक तौर पर राहत दी जाती, लेकिन सरकारें खजाना भरने के लालच में जनता पर सरेआम अत्याचार कर रही हैं। यह विचार पूर्व वित्त मंत्री व हलका विधायक परमिदर सिंह ढींडसा द्वारा अकाली नेता अजय कुमार ठोली के कार्यालयों में पत्रकारों से बातचीत दौरान व्यक्त किए गए। ढींडसा ने कहा कि कोरोना के कारण लोगों के काम ठप हो चुके हैं। मध्यमवर्गीय परिवार, दिहाड़ीदार, दुकानदार परिवार का पेट बड़ी मुश्किल से पाल रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के रेट में बढ़ोतरी सहित अन्य जरूरी चीजों पर कोरोना टैक्स लगा दिया है। वहीं पंजाब सरकार भी इस काम में पीछे नहीं है। राज्य सरकार ने बस किराया बढ़ा दिया है, बिजली के रेट बढ़ा दिए हैं, जिससे लोग महंगाई की चक्की में पिस रहे हैं। ढींडसा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल सरकार के खेती आर्डिनेंस, तेल बढ़ोतरी का समर्थन कर रही है, जबकि सुखबीर बादल पंजाब में इसके खिलाफ धरने लगाने की बात कर रहे हैं। ऐसा कर वह लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं, लेकिन पंजाब की जनता ऐसे दांव पेंच से वाकिफ है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने निजी स्कूलों की फीस संबंधी लिए फैसले को पंजाब सरकार ने सही तरीके से पेश नहीं किया, जिससे बच्चों के परिजन चक्कर में फंसे हुए हैं। घग्गर दरिया के लिए फंड न भेजने संबंधी पूर्व मुख्यमंत्री राजिदर कौर भट्ठल द्वारा अकाली सरकार के खिलाफ दिए ब्यान पर कहा कि उन्होंने वित्त मंत्री होते खुद सौ करोड़ रुपये के फंड रिलीज करवाए थे। उनके मंत्री होते हुए घग्गर दरिया के लिए अधिग्रहित जमीन के सौ करोड़ रुपये भी किसानों को दिए गए हैं। उन्होंने नई पार्टी बनाने संबंधी संकेत देते हुए कहा कि उनकी पार्टी एक मजबूत बदलाव लाएगी। पार्टी में अच्छे सिद्धांत वाले लोगों का गठन किया जाएगा, क्योंकि पंजाब निवासी कांग्रेस व अकाली दल से तंग आ चुके हैं। इस मौके अजय कुमार ठीली, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान संजय सिगला, मुनीश कोहरियां, केवल कृष्ण सिगला, राज कुमार ठेकेदार, नरेश रामगढ़ीयां, जसवंत सिंह हैपी, छज्जू सिंह, राम सिंह उपस्थित थे।