निजी स्कूल प्रबंधकों ने एक घंटा चक्का जाम किया
पंजाब सरकार द्वारा कोरोना के चलते स्कूल बंद किए जाने के खिलाफ सुनाम शहर के आइटीआइ चौक में प्राइवेट स्कूलों के मालिकों अध्यापकों नान टीचिग स्टाफ कंडक्टरों व ड्राइवरों द्वारा चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तुरंत स्कूल खोलने की मांग की गई।
जागरण टीम, सुनाम/मूनक (संगरूर)
पंजाब सरकार द्वारा कोरोना के चलते स्कूल बंद किए जाने के खिलाफ सुनाम शहर के आइटीआइ चौक में प्राइवेट स्कूलों के मालिकों, अध्यापकों, नान टीचिग स्टाफ, कंडक्टरों व ड्राइवरों द्वारा चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तुरंत स्कूल खोलने की मांग की गई। धरने को संबोधित करते हुए फ्रंट के नेता सुदर्शन शर्मा लहरागागा व यादविदर सिंह लदाल ने कहा कि सरकार ने स्कूल बंद कर समूह स्टाफ को भूखे मरने के लिए छोड़ दिया है। तरसेम पुरी, प्रवीन खोखर ने कहा कि उनकी मुख्य मांगें स्कूल खोलने, शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाने वाली परीक्षा के लिए तुरंत डेटशीट जारी कर परीक्षा लेने का प्रबंधन करना, बाकी परीक्षाओं हेतु बच्चों को स्कूल बुलाने की आज्ञा, सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को प्राइवेट स्कूलों का डेटा ई-पंजाब से कैच करने से रोकना व प्राइवेट स्कूलों के लिए अलग शिक्षा सचिव लगाना शामिल है। प्रदर्शनकारियों ने करीब एक घंटा ट्रैफिक जाम रखा। आखिर में एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम मनजीत कौर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। मौके पर गुरचरन सिंह, वेद प्रकाश, हरदीप सिंह, संजय सिगला, भूषण शर्मा, दविदर सिंह आदि उपस्थित थे।
उधर मूनक में गुरु तेग बहादुर जी स्कूल वैन वेलफेयर सोसायटी मूनक के नेतृत्व में निजी स्कूल ट्रांसपोर्टरों व ड्राइवरों द्वारा काली झंडियां लेकर सरकार के खिलाफ रोष मार्च किया गया। शहीद ऊधम सिंह स्कूल वैन एसोसिएशन लहरागागा, श्री गुरु नानक देव एसोसिएशन बरेटा, संत अतर सिंह स्कूल वैन चीमां सहित परिजनों द्वारा हिस्सा लेकर स्कूल खोलने की मांग की। विभिन्न ट्रांसपोर्टरों ने मांग की कि स्कूल बसों के बीमे माफ किए जाएं, उनका पासिग व रोड टैक्स माफ किया जाए, गाड़ियों के पुराने जुर्माने माफ किए जाएं, बैक का ब्याज व किस्तें माफ की जांए, स्कूल बंद होने पर ड्राइवरों को 12 हजार व कंडक्टरों को 10 हजार रूपये प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।