टावर पर चढ़े चार बेरोजगार पीटीआइ अध्यापक, चार घंटे बाद उतरे
बेरोजगार पीटीआइ अध्यापक यूनियन (646) ने रोजगार प्राप्ति के लिए लिए प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, संगरूर : बेरोजगार पीटीआइ अध्यापक यूनियन (646) द्वारा रोजगार प्राप्ति के लिए मेरिट लिस्ट जारी करवाने के लिए पिछले लंबे समय से किए जा रहे संघर्ष के तहत सरकार द्वारा कोई सार्थक कदम न उठाए जाने करोष स्वरूप रविवार को बेरोजगार अध्यापकों ने कड़ा रुख अपनाया। संघर्ष को तेज करते हुए यूनियन के चार सदस्य अशोक कुमार निवासी फाजिल्का, वकील राम निवासी मानसा, शिदर राम निवासी पातड़ा व दिलबल सिंह निवासी बड़बर शहर के हरगोबिदपुरा रोड पर मौजूद मोबाइल कंपनी के टावर पर चढ़ गए, जबकि बाकी सदस्यों ने शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिगला की कोठी के रास्ते पर धरना लगाकर आवाजाही ठप की। बेरोजगार पीटीआइ अध्यापकों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। टावर पर चढ़े चारों बेरोजगार अध्यापकों ने एलान किया कि जब तक उन्हें रोजगार देने की मांग पर सरकार सहमति नहीं देगी, तब तक वह टावर पर डटे रहेंगे। शाम चार बजे पैनल बैठक का समय मिलने पर चारों बेरोजगार अध्यापक टावर से नीचे उतरे।
प्रांतीय कमेटी नेता कृष्ण नाभा, जिला प्रधान संदीप सिंह व जिला प्रधान मानसा जसविदर सिंह ने कहा कि बेरोजगार पीटीआई अध्यापक पिछले लंबे समय से रोजगार प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस संघर्ष दौरान कई बार पैनल बैठकें भी कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांग की पूर्ति की बजाए केवल भरोसा ही मिल रहा है। एक नवंबर को पीटीआई बेरोजगार अध्यापकों ने महावीर चौक में दिन भर चक्का जाम किया, जिसके बाद प्रशासन ने शिक्षामंत्री से पैनल बैठक करवाने के लिए पत्र दिाय था, लेकिन उनकी पैनल से बैठक अभी तक नहीं करवाई गई। इससे पहले आठ अक्टूबर को हुई पैनल बैठक में शिक्षामंत्री व शिक्षा सचिव ने यूनियन से मांग पत्र लेकर दस दिन का समय मांगा था, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं की गई। इस कारण मजबूरन आज फिर शिक्षामंत्री के शहर में बेरोजगार पीटीआई अध्यापक करो या मरो की नीति को लेकर संघर्ष में उतरे हैं। रोजगार लेकर ही घरों को वापस लौटेंगे, अन्यथा टावर के नीचे ही पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। इसके बाद बेरोजगार अध्यापकों ने अन्य संगठनों के साथ मिलकर शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिगला की कोठी समक्ष पटियाला-बठिडा बायपास रोड पर धरना लगाया। शाम चार बजे तहसीलदार मालेरकोटला बादलदीन ने लिखित तौर पर 24 नवंबर को शिक्षामंत्री से पैनल बैठक का समय दिलाकर धरना समाप्त करवाया। धरना समाप्त करके बेरोजगार अध्यापकों ने एलान किया कि अगर पैनल बैठक में उनकी मांग अनुसार मेरिट लिस्ट जारी न की तो संघर्ष तेज किया जाएगा। इस मौके पर अमनप्रीत सिंह, हरविदर सिंह, कुलदीप सिंह, सेवक सिंह, मनजीत सिंह, दिलवर सिंह, परमिदर राम आदि उपस्थित थे।