चेहरों के आधार पर चुनाव लड़ना सरासर गलत : सेखों
पंजाब विधानसभा चुनाव असल मुद्दों के छोड़कर चेहरों के हक में जाकर लड़े जा रहे हैं जो संविधान के बिल्कुल विपरीत है।
जागरण संवाददाता, संगरूर : पंजाब विधानसभा चुनाव असल मुद्दों के छोड़कर चेहरों के हक में जाकर लड़े जा रहे हैं जो संविधान के बिल्कुल विपरीत है। उक्त विचार सीपीआइ एम के राज्य सचिव कामरेड सुखविदर सिंह सेखों ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि चुनाव अखाड़े में चेहरों को विशेष महत्व दिया जा रहा है, पार्टी को नहीं। भाजपा ने भी 2014 में लोकसभा चुनाव दौरान नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चेहरे के तौर पर पेश किया था। लोगों ने चेहरा देखकर वोट डाली थी। तब से पार्टी के बजाय चेहरे को आधार बनाकर चुनाव लड़ने का दौर चल पड़ा है। चुनाव आयोग को इसका नोटिस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का चेहरा पेश करने से चुने गए लोकसभा सदस्यों या विधायकों का हक समाप्त हो जाता है। पंजाब विधानसभा चुनाव सेहत, शिक्षा व रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर लड़ी जानी चाहिए। फ्री शिक्षा व अच्छी सेहत सुविधा समय की मांग है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों, दिव्यांगों व विधवाओं को छह हजार रुपये प्रति महीना भत्ता गुजारे के लिए देना चाहिए। विधान सभा चुनाव के लिए किसी भी पार्टी से गठजोड़ से इंकार करते सेखों ने कहा कि पार्टी 30 सीटों पर वोट लड़ेगी। इनमें 18 उम्मीदवारों का एलान किया जा चुका है। इस मौके कामरेड भूप चंद मौजूद थे।