खनौरी बार्डर से दिल्ली जाएंगे किसान, तैयारियां तेज
रेलवे स्टेशन संगरूर के पार्किंग स्थल पर किसान संगठनों का पक्का धरना जारी।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
रेलवे स्टेशन संगरूर के पार्किंग स्थल पर किसान संगठनों का पक्का मोर्चा रविवार को 53वें दिन भी जारी रहा। धरने में रविवार को सबसे पहले गत दिवस चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री से हुई बैठक पर चर्चा की गई। बैठक के सभी पहलुओं से किसान नेताओं ने सभी किसानों को अवगत करवाया। साथ ही फैसला लिया कि समूह किसान संगठन संयुक्त तौर पर 26 नवंबर को मैहलां चौक से खनौरी बार्डर के जरिये दिल्ली की तरफ रवाना होंगे। हर गांव की इकाई द्वारा किसानों के मोर्चे के लिए राशन, गर्म कपड़े, दवाईयां, पानी, लंगर आदि का प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के आंदोलन को फतेह करने के लिए सभी किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है व केंद्र सरकार को किसानों के संघर्ष के आगे घुटने टेकने पर मजबूर किया जाएगा। धरने को संबोधित करते हुए भाकियू डकौंदा के प्रांतीय नेता गुरमीत सिंह भट्टीवाल, कुल हिद किसान सभाओं के प्रांतीय नेता बलदेव सिंह निहालगढ़, किरती किसान यूनियन के यूथ विग के प्रांतीय कनवीनर भूपिदर सिंह लोंगोवाल ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के किसानों के संघर्ष को कमजोर करने की खातिर पिछले समय से तरह-तरह से फरमान जारी कर रही है, जिसमें मालगाड़ियां चलाने पर रोक लगाने, यात्री रेलगाड़ियों को चालू करने की शर्त रखने, यूरिया खाद की किल्लत पैदा करने सहित अन्य हथकंडे अपना रही है, लेकिन किसान किसी भी कीमत पर केंद्र की इन चालों से दबेंगे नहीं। किसानों का यह संघर्ष केंद्र के कृषि कानूनों को रद करवाने के बाद ही बंद होगा। गत दिवस मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिदर सिंह व अन्य कैबिनेट मंत्रियों के समक्ष किसान संगठनों की संयुक्त बैठक हुई है। बैठक में किसान संगठनों ने अगले 15 दिन तक मालगाड़ियां व यात्री रेलगाड़ियों को चलाने पर सहमति दी है, जिसके तहत किसान रेलवे स्टेशन के परिसर से बाहर ही अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। संगरूर रेलवे स्टेशन के पार्किंग स्थल पर धरना जारी रहेगा। उन्होंने एलान किया कि दिल्ली आंदोलन के लिए किसान संगठन पूरी तरह से तैयार हैं व किसान संगठन एकजुट होकर दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। धरने दौरान दिल्ली मोर्चे के मद्देनजर मेडिकल सुविधा हेतु जगत मानव सेवा केंद्र बरड़वाल के परमिदर सिंह ने विभिन्न प्रकार की दवाओं को 12 किटें संगठन के कार्यकर्ताओं की दी। वहीं दिल्ली आंदोलन के लिए किसानों को लामबंद करने हेतु गांवों में किसानों की टीमों ने मशाल मार्च निकाले। इस मौके पर सुखपाल कौर छाजली, अजैब सिंह संघरेड़ा, निर्मल सिंह बटड़ियाना, सुखदेव सिंह उभावाल, बलविदर सिंह बड़रूखां, इंद्रजीत सिंह छन्ना, संत राम छाजली, निरंजन सिंह, रण सिंह चट्ठा आदि उपस्थित थे।