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किसानों व मजदूरों ने फूंका मोदी सहित कारपोरेट घरानों का पुतला

कृषि कानूनों के खिलाफ सांझे किसान मोर्चे द्वारा देशभर में प्रधानमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन जारी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 04:45 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 04:45 PM (IST)
किसानों व मजदूरों ने फूंका मोदी सहित कारपोरेट घरानों का पुतला
किसानों व मजदूरों ने फूंका मोदी सहित कारपोरेट घरानों का पुतला

जागरण टीम, संगरूर : कृषि कानूनों के खिलाफ सांझे किसान मोर्चे द्वारा देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कारपोरेट घरानों का पुतला फूंकने के शनिवार को दिए आह्वान के तहत किसान व अन्य संगठनों ने जिले भर में विभिन्न जगहों पर अर्थी फूंक प्रदर्शन किया।इंकलाबी जम्हूरी मोर्चा पंजाब के आह्वान पर विभिन्न इंकलाबी जम्हूरी संगठनों द्वारा स्थानीय प्रजापति धर्मशाला में केंद्र सरकार खिलाफ रोष रैली की गई। इस दौरान महावीर चौक में मोदी, कारपोरेट घरानों व पूंजीपतियों की अर्थी फूंकी गई। क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के नेता धर्मपाल सिंह, बिमल कौर, इंकलाबी जम्हूरी मोर्चा पंजाब के प्रधान स्वर्णजीत सिंह, जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के नेता बिक्कर सिंह, नरिदर कौर ने संबोधित किया।

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इस मौके जुझार सिंह, अध्यापक नेता बलवीर चंद, किसान नेता हरमेल सिंह, मजदूर नेता लखवीर लोगोंवाल, जगरूप सिंह आदि उपस्थित थे। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्घूपुर के जिला महासचिव रण सिंह चट्ठा के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों द्वारा गांव चट्ठे ननहेड़ा में मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद गुरुद्वारा अकालगढ़ साहिब के चौंक में मोदी सरकार का पुतला फूंका गया। इस मौके रण सिंह ने कहा कि किसानी संघर्ष की आड़ में कांग्रेस, अकाली दल, आप व भाजपा सभी राजनीति कर रहे हैं। इस मौके पर अमनदीप सिंह, सुरजीत सिंह, एकम सिहं, छजू सिंह, जगसीर सिंह, मनजीत कौर, गुरमीत कौर, बलवीर कौर, गुरमेल सिंह आदि उपस्थित थे।संगरूर में किसान व जनतक संगठनों द्वारा रेलवे चौंक तक मार्च कर मोदी, पूंजिपतियों व कारपोरेट घरानों के पुतले फूंके गए। आठ दिसंबर के भारत बंद न्योते को पूरा समर्थन दिया जाएगा। इसके अलावा ब्लॉक के गांव नंगला, रायधराणा, संगतपुरा, लहल खुर्द, कालबंजारा, महासिंह वाला, बिशनपुरा, चोटीयां आदि में सरकार, अंबानी व अडानी व कंगना रनौत के पुतले जलाए गए। इस मौके दर्शन सिंह, जगसीर सिंह, हरसेवक सिंह, हरजिदर सिंह आदि उपस्थित थे।

गांव उप्पली में क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब, क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब की ओर से सांझे तौर पर मोदी सरकार की अर्थी फूंकी गई। क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला नेता मेजर सिंह ने कहा कि काले कानून के खिलाफ चल रही लड़ाई अब प्रत्येक नागरिक की लर्ड़ाइ बन चुकी है। दिल्ली चलो संघर्ष को रोकने हेतु हरियाणा सरकार की तरफ से लगाए बैरीकेड, कंटीली तार, बड़े पत्थर, पानी की बौछारें किसानों के आगे नहीं टिक सकीं। किसान दिल्ली पहुंचने में कामयाब हो गए। क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के जिला नेता अमरीक सिंह ने कहा कि सांझे किसान मोर्चे की ओर से आठ दिसंबर को दिए भारत बंद को कामयाब बनाया जाएगा। उधर, शेरपुर के गांव कालाबूला के शमशानघाट समक्ष भाकियू की इकाई व नगर निवासियों द्वारा मोदी सरकार की अर्थी फूंककर काले कानूनों को तुरंत रद करने की मांग की। इस मौके डा. गुरमेल सिंह, सरपंच सुखदेव सिंह, जंगीर सिंह, पूर्व सरपंच अमरजीत कौर, नंबरदार जगजीत सिंह, जगसीर सिंह मनदीप सिंह, सतगुर सिंह आदि उपस्थित थे। इस मौके रिकू सैणी के नेतृत्व में धर्मशाला चौंक तक रोष मार्च भी निकाला गया। इस मौके भाकियू एकता उगराहां के ब्लॉक नेता रिकू, जगसीर सिंह पंजाब स्टूडेंटस यूनियन शहीद रंधावा, सतीश सिंह आदि उपस्थित थे। उधर, जाखल में कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में किसानों ने केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों एवं कृषि विधेयक के विरोध में गांव मुंदलिया में प्रदर्शन किया। सरकार से कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग की। किसान सभा के किसान मुंदलिया के पूर्व सरपंच निर्मल सिंह ने बताया कि सरकार ने तीन काले कानून लागू किए है। किसान पिछले करीब 3माह से विरोध कर रहे है।


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