किसान संगठनों ने भाजपा व आरएसएस के खिलाफ निकाला रोष मार्च
जागरण संवाददाता संगरूर रेल रोको आंदोलन के दसवें दिन किसान संगठनों के नेतृत्व में किस
जागरण संवाददाता, संगरूर :
रेल रोको आंदोलन के दसवें दिन किसान संगठनों के नेतृत्व में किसानों ने इक्टठे होकर भाजपा व आरएसएस के खिलाफ शहर में विशाल रोष मार्च निकाला। रोष मार्च में किसानों ने आरएसएस कार्याल्य समक्ष रोष प्रदर्शन करने वाले नौजवान भारत सभा व पीएसयू के नौजवानों की रिहाई की मांग की। रोष धरने की शुरुआत से पहले बुड़लाढा में रेलवे ट्रैक पर गत दिवस बुजुर्ग महिला तेज कौर व बेनड़ा के सड़क जाम धरने दौरान मरे मेघराज नागरी को दो मिनट का मौन धारण का श्रद्धांजलि दी गई। पंजाब किसान यूनियन के राज्य उपप्रधान गुरनाम सिंह भीखी, जम्हूरी किसान सभा के राज्य नेता भीम सिंह आलमपुर, भाकियू डकौंदा के राज्य उप प्रधान गुरमीत सिंह, कुल हिद किसान सभा पंजाब के राज्य नेता जरनैल सिंह, कुल हिद किसान फैडरेशन के मंगत राम, भाकियू सिद्धूपुर के महासचिव रण सिंह चट्ठा, कुल हिद किसान सभा के राज्य नेता सतवंत सिंह, किरती किसान यूनियन के यूथ विग राज्य कनवीनर भूपिदर लोंगोवाल, क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला कनवीनर जगसीर नमोल, भाकियू राजेवाल के ब्लॉक सुनाम के प्रधान अमरीक सिंह, किसान नेता अतबार सिंह बादशाहपुर ने कहा कि मोदी सरकार के काले कानून के कारण आज किसान सड़कों पर मरने को मजबूर हो रहे हैं। इसकी ताजा मिसाल बुड़लाढा व बेनड़ा से ली जा सकती है। पंजाब सरकार भी किसानों का साथ देने की बजाय कोयले व खाद की कमी का शोर मचाकर संघर्ष को ठंडा करना चाहती है, लेकिन संघर्ष को हर हाल में लगातार जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने संघर्षशील नौजवानों पर पर्चे दर्ज करवाकर आरएसएस पक्ष में होने का सबूत दिया है। पंजाब में खेती कानूनों, आरएसएस व भाजपा नेताओं के खिलाफ संघर्ष तेज होगा। धरने को जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के प्रधान मुकेश मलौद, मेडिकल प्रैक्टिश्नर यूनियन के राज्य उप प्रधान धर्मपाल सिंह, एडवोकेट गुरबख्श सिंह, किसान नेता गुरमेल सिंह, सुखदेव सिंह उभावाल, गुरलाल जलूर, निर्मल सिंह बटरियाना, बीरबल सिंह लेहल कलां, मेजर सिंह, सुखदेव सिंह, हरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।