लाए जा रहे कृषि अध्यादेश के खिलाफ किसानों ने निकाला मोटरसाइकिल मार्च
संवाद सूत्र सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) कुल हिद किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के नेतृत्व में धरना देगी।
संवाद सूत्र, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : कुल हिद किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के नेतृत्व में सोमवार को दस किसान संगठनों ने केन्द्र सरकार द्वारा पास किए गए किसान विरोधी आर्डीनेंस, बिजली संशोधन बिल-2020 व तेल कीमतों में बढ़ौतरी के खिलाफ मोटरसाइकिल मार्च निकाला। आंदोलन के आह्वान पर अनाज मंडी में बड़ी संख्या में किसानों ने मोटरसाइकिल रैली के जरिये बाजारों में मार्च करते हुए विधायक अमन अरोड़ा के कार्यालय पहुंचे। यहां एक ज्ञापन के साथ-साथ प्रधानमंत्री के नाम लिखित पत्र विधायक अमन अरोड़ा को सौंपा।
रोष मार्च का नेतृत्व करते हुए किरती किसान यूनियन के प्रदेश नेता भूपिदर सिंह लोंगोवाल, कुल हिद किसान सभा के नेता हरदेव सिंह बख्शीवाला, भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के नेता गोरा सिंह छाजली व जम्हूरी किसान सभा के नेता भरपूर सिंह दुग्गां ने कहा कि आज आल इंडिया किसान संघर्ष तालमेल कमेटी द्वारा किसानों को भारत छोड़ो आंदोलन की भांति कारपोरेट खेती छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया गया था, जिसकी शुरूआत आज अपने-अपने क्षेत्रों के विधायक, सांसदों के घरों तक रोष मार्च करके प्रधानमंत्री के नाम पत्र व प्रतिनिधियों को चेतावनी पत्र दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने यह अध्यादेश लाकर किसान विरोधी व कारपोरेट पक्ष होने का सबूत दिया है। अगर यह अध्यादेश लागू हो गए तो पहले ही घाटे में चल रही किसानी भूखमरी का शिकार हो जाएगी, परंतु पंजाब के संघर्षशील किसान इन अध्यादेशों को किसी भी हालत में लागू नहीं होने देंगे। विभिन्न किसान संगठनों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन व पत्र संबंधी विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि इन आर्डीनेंस के द्वारा अकेले किसानों का नहीं, बल्कि विभिन्न वर्गों का भी बड़े स्तर पर हनन होगा। उन्होंने कहा कि संघर्ष कमेटी को आश्वासन दिया गया कि आम आदमी पार्टी किसानी मांगो को लेकर उनका डटकर साथ देगी व किसानों का किसी भी प्रकार का हनन नहीं होने दिया जाएगा। इस मौके पर गुरमेल सिंह, दरबारा सिंह लोंगोवाल, नेक सिंह, प्रगट सिंह छाजली, भजन सिंह, अवतार सिंह, साहिब सिंह, दर्शन सिंह, जसवंत आसमानी, मलकीत सिंह व गुरमेल सिंह सहित भारी संख्या में किसान संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।