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नकली दूध तैयार करने वाले गिरफ्तार, संगीन धाराओं तहत मामला दर्ज

संगरूर रिफाइंड आरएम केमिकल ग्लूकोज पाउडर सहित अन्य सामग्री से नकली दूध तैयार करने वाले काबू।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 05:43 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 11:05 PM (IST)
नकली दूध तैयार करने वाले गिरफ्तार, संगीन धाराओं तहत मामला दर्ज
नकली दूध तैयार करने वाले गिरफ्तार, संगीन धाराओं तहत मामला दर्ज

जागरण संवाददाता, संगरूर : रिफाइंड, आरएम केमिकल, ग्लूकोज पाउडर सहित अन्य सामग्री से नकली दूध तैयार करके पंजाब सहित कुरुक्षेत्र व अन्य इलाके में सप्लाई करने वाली गांव सोहियां में चल रही एक दूध फैक्ट्री पुलिस व सेहत विभाग टीम ने संयुक्त तौर पर छापामारी करके पकड़ी। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक समेत तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही मौके पर से सात हजार लीटर से अधिक मिलावटी दूध, दूध तैयार करने वाली सामग्री, भट्ठी, बर्तन व दूध के कैंटर बरामद किए। एसएसपी संगरूर डॉ. संदीप गर्ग ने खुलासा किया कि उक्त सेंटर से फूड विभाग द्वारा पहले भी छह बार छापामारी की गई है। दो बार पहले भी सैंपल फेल हो चुके हैं, जिसका केस अदालत में विचाराधीन है।

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एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर डीएसपी मोहित अग्रवाल व सीआईए स्टाफ के सब इंस्पेक्टर कर्मजीत सिंह की अगुआई में टीम ने सोहियां गांव में निर्मला मिल्क सेंटर पर छापामारी की। छापामारी दौरान भारी मात्रा में दूध, नकली दूध तैयार करने की सामग्री मिलने पर सेहत विभाग को सूचना दी। जिला फूड सेफ्टी अफसर मानसा चरणजीत सिंह, सहायक फूड सेफ्टी अफसर संगरूर डॉ. रविदर गर्ग ने मौके पर मौजूद दूध सहित अन्य सामग्री के सात सैंपल भरे। दो दूध के कैंटरों में सात हजार लीटर दूध बरामद किया गया। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक वरिदरपाल सिंह उर्फ बंटी निवासी संगरूर, राम सिंह निवासी बड़बर, बलजिदर सिंह निवासी संगरूर को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया। नहीं होती नकली व असली दूध की आसानी से पहचान

नकली दूध व असली दूध में पहचान कर पाना हर किसी के लिए आसान नहीं है। ग्लूकोज, केमिकल, सुखे दूध, रिफाइंड, डालडा घी की मदद से तैयार किए गए दूध में फैट से लेकर मिठास तक सब मिलावटी बनाई जाती है, ताकि इसे असली दूध के जैसा ही तैयार किया जाए। दूध में मिलाया जाना वाले यह कैमिकल सेहत के लिए काफी खतरनाक होता हैं। असली दूध में ही सुखा दूध, रिफाइंड आयल मिलाया जाता है। चिकनाहट देने के लिए डालडा घी मिलाया जाता है। इसके बाद आधे घंटे तक दूध को फेटा जाता है, ताकि तेल व अन्य केमिकल दूध में अच्छी तरह मिल जाएं। इसके बाद पानी डालकर इसकी मात्रा को बढ़ा देते हैं। नकली दूध के साथ बरामद की सामग्री

दो कैंटरों में पुलिस ने सात हजार लीटर मिलावटी दूध, 200 लीटर तेल, 18 टीन बासमती डालडा घी, इलेक्ट्रानिक भट्ठी, डालडा घी में मिलावट की सामग्री, 175 लीटर आरएम केमिकल, 11 थैले ग्लूकोज पाउडर बरामद किया। नकली दूध को अदालती मंजूरी के लिए रखा गया है। मंजूरी मिलने के बाद दूध को नष्ट करवाया जाएगा। सात सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। नकली दूध से हो सकता है पेट का कैंसर

डॉ. रविदर गर्ग ने कहा कि लगातार नकली दूध पीने से पेट के कैंसर का खतरा बना रहता है। इसके अलावा पेट की बीमारियां हो सकती है। यह मीठा जहर हड्डियों के लिए भी बेहद खतरनाक है, जिससे हड्डियों की बीमारियां हो सकी हैं व हड्डियों में कैल्शियम खत्म होने लगता है।


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