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वीरकलां में नहीं हुई सियासत, राजा की पत्‍‌नी बनीं सरपंच

सुनाम ऊधम ¨सह वाला (संगरूर) दो संसदीय क्षेत्रों (संगरूर व ब¨ठडा) का सीमांत गांव वीरकलां किसी परिचय का मोहताज नहीं है। कांग्रेस और अकाली दल के दिग्गज नेताओं का यह गांव हमेशा सियासी खींचोतान के कारण सुर्खियों में रहा है। लेकिन इस बार गांव के लोगों व नेताओं ने अपने सियासी हितों का त्याग कर गांव के विकास हेतू पंचायत का चुनाव सर्वसम्मति से करके नई मिसाल कायम की है। सुनाम विधानसभा हलके की सियासत का केंद्र ¨बदू रहने वाले इस गांव में पंचायत का चुनाव सर्वसम्मति से होना भविष्य में च्हेल्दी पालिटिक्सज् होने का संकेत दे रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Dec 2018 05:28 PM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 05:28 PM (IST)
वीरकलां में नहीं हुई सियासत, राजा की पत्‍‌नी बनीं सरपंच
वीरकलां में नहीं हुई सियासत, राजा की पत्‍‌नी बनीं सरपंच

सुशील कांसल, सुनाम ऊधम ¨सह वाला (संगरूर) :

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दो संसदीय क्षेत्रों (संगरूर व ब¨ठडा) का सीमांत गांव वीरकलां किसी परिचय का मोहताज नहीं है। कांग्रेस और अकाली दल के दिग्गज नेताओं का यह गांव हमेशा सियासी खींचतान के कारण सुर्खियों में रहा है। लेकिन इस बार गांव के लोगों व नेताओं ने अपने सियासी हितों को त्यागकर गांव के विकास के लिए पंचायत का चुनाव सर्वसम्मति से कर नई मिसाल कायम की है।

सुनाम विधानसभा हलके की सियासत का केंद्र ¨बदू रहने वाले इस गांव में पंचायत का चुनाव सर्वसम्मति से होना भविष्य में स्वस्थ राजनीति होने का संकेत दे रहा है।

गौर हो कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रा¨जदर ¨सह राजा और यूथ अकाली दल के पूर्व जिलाध्यक्ष खुशपाल ¨सह का जद्दी गांव है। दोनों नेताओं का गांव की सियासत पर खासा ध्यान केंद्रित रहता है। कई बार दोनों सियासी दलों के समर्थकों में टकराव की स्थिती भी पैदा होती रही है। लेकिन इस बार दोनों पार्टियों के नेताओं के अलावा अन्य सियासी दलों समेत तमाम लोगों ने गांव के विकास के मद्देनजर पंचायत का चुनाव सर्वसम्मति से कर लिया है। राजा की पत्नी बनी सरपंच

गांव के वरिष्ठ बुद्धिजीवियों ने गांव के विकास व भाईचारा एकता को मजबूत करने तथा नशा रहित गांव रहने का हवाला देकर दोनों पक्षों को समझाया और चुनाव नहीं करवाने के लिए राजी किया। गांव के नौ पंचायत सदस्यों को सर्वसम्मति से चुनने के अलावा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजा की पत्नी बल¨जदर कौर चहल को सर्वसम्मति से सरपंच बनाने का फैसला किया गया। इस मौके पर बल¨जदर कौर ने कहा कि गांव के लोग जो भी जिम्मेदारी उन्हें देंगे उसे पूरी निष्ठा, इमानदारी के साथ निभाएंगी। किसी तरह की कड़वाहट पैदा नहीं होने दी जाएगी और आपसी एकता को मजबूत किया जाएगा।

कांग्रेस की जिलाध्यक्ष राजा ने कहा कि सियासत को दरकिनार करके दोनों पक्षों ने गांव हित में फैसला किया है। गांव की आवाज को किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और बुजुर्गों की अपील स्वीकार करते हुए दोनों पक्षों ने सर्वसम्मति से पंचायत का चुनाव किया है।

अकाली दल के वरिष्ठ नेता व मिल्क प्लांट के पूर्व चेयरमैन खुशपाल ¨सह वीरकलां ने कहा कि छोटे साहिबजादों के शहीदी दिवस के मौके पर गांव को नशा रहित बनाए रखने, गांव के बुद्धिजीवियों की प्रेरणा तथा आपसी एकता को मजबूत करने के उद्देश्य से समूचे गांव ने उक्त फैसला किया है। दोनों पक्ष आधा समय सरपंच पद पर काम करेंगे।


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