ढंड़रियां वाले को मानना चाहिए अकाल तख्त का फैसला : लोंगोवाल
संवाद सूत्र दिड़बा (संगरूर) गुरुद्वारा बाबा बेरसीआना साहिब में नए दरबार साहिब की शुरूआत की गई।
संवाद सूत्र, दिड़बा (संगरूर) :
गुरुद्वारा बाबा बेरसीआना साहिब में नए दरबार साहिब की शुरूआत करने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिद सिंह लोंगोवाल बुधवार को दिड़बा पहुंचे। उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि महामारी के चलते पंजाब सरकार द्वारा जारी की गई हिदायतों का पालन करना सभी लोगों का फर्ज है। इसलिए किसी भी गुरुद्वारा साहिब में प्रबंधकों द्वारा ऐसी गलती न की जाए, जिससे संगत का नुकसान हो व उनकी भावना को ठेस पहुंचे। सिख प्रचारक रणजीत सिंह ढंडरियां वाले संबंधी पूछने पर उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब सिख पंथ की सर्वोच्च न्यायालय है। तख्त साहिब से जारी हुए फैसले का स्वागत करना व उसे मानना प्रत्येक सिख का फर्ज है। फैसले के खिलाफ कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकता है। लोंगोवाल ने कहा कि प्रचारक रणजीत सिंह ढंडरियां वाले के खिलाफ जो फैसला जांच कमेटी द्वारा दिया गया है, उसके मुताबिक ही फैसला माना जाना चाहिए।
इस मौके सीनियर अकाली नेता तेजा सिंह कमालपुर, हलका इंचार्ज गुलजार सिंह मूनक, बाबा बैरसीआणा साहिब गुरुद्वारा साहिब प्रबंधक कमेटी प्रधान मेजर सिंह, राज कुमार गर्ग, सुखविदर भिदा, अवतार सिंह तारी, अमरीक सिंह, जगदीप सिंह, बलकार सिंह, भूपिदर सिंह आदि उपस्थित थे।