नागरिकता संशोधन बिल मुस्लिमों को मौलिक अधिकारों से वंचित करने की साजिश: ओवैस
मालेरकोटला (संगरूर) संसद में पास किए गए नागरिकता संशोधन बिल की कड़े शब्दों में निदा की गई।
संवाद सहयोगी, मालेरकोटला (संगरूर) : संसद में पास किए गए नागरिकता संशोधन बिल की कड़े शब्दों में निदा करते हुए शिरोमणि अकाली दल के हलका इंचार्ज मोहम्मद ओवैस ने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय मुसलमानों के मौलिक अधिकार एक विशेष साजिश के तहत छीनने में लगी हुई है, जबकि भारत के मुसलमानों के देश के प्रति डाले गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
बिल देश में लागू होने से गैर मुस्लमानों को बगैर कागजों के भारतीय नागरिकता तो मिल जाएगी, लेकिन भारत में रहते मुस्लमान शरणार्थी बना दिए जाएंगे। उन्हें भारतीय नागरिकता लेने के लिए जरूरी कागजात दिखाने होंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय मुस्लमान केंद्र सरकार से अपने हकों के लिए किसी प्रकार की भीख नहीं मांग रहे हैं। एक तरफ भारतीय संविधान देश में रहते प्रत्येक धर्म के नागरिकों को बराबर के अधिकार मुहैया करवाने की बात करता हैं। दूसरी तरफ केंद्र सरकार विशेष रणनीति के तहत मुस्लिम वर्ग को शक की नजर से देखते हुए उन्हें मौलिक अधिकारों से वंचित करने की तैयारी में हैं, जिससे साबित होता है कि यह बिल भारतीय मुस्लमानों में डर पैदा कर धार्मिक आधार पर लोगों को बांटने की गहरी साजिश के तहत पास किया गया है। इसलिए भारतीय मुस्लमान केंद्र सरकार की मुस्लिम विरोधी नीतियों का डटकर विरोध करेंगे। इसके लिए यदि सुप्रीम कोर्ट का सहारा भी लेना पड़ा तो पीछे नहीं हटा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंधी वह शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को मिलकर पास किए नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी को तुरंत वापस करवाने की मांग करेंगे।