सिविल अस्पताल में भांग व गाजर बूटी से मरीजों का होता है स्वागत
संगरूर सरकार का प्राथमिक कार्य लोगों को सेहत शिक्षा व पानी आसानी से मुहैया करवाना है।
संवाद सहयोगी, दिड़बा (संगरूर) : लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है, कितु जब सरकारें लोगों की सेहत की तरफ कोई ध्यान न दें तो उस समय आम जनता क्या करे। दिड़बा के सरकारी अस्पताल को सीएचसी का दर्जा जरूर दिया गया, कितु यहां सुविधाएं गांव की डिस्पेंसरी के बराबर हैं। डॉक्टरों की कमी संबंधी पहले भी कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया गया है, कितु कोई अमल नहीं किया गया। सेहत विभाग इस समय कुंभकर्णी नींद सो रहा है। पंजाब की नशामुक्ति मुहिम अस्पताल की चारदीवारी में दम तोड़ रही है।
पंजाब सरकार द्वारा युवाओं को नशे की आदत से बचाने व नशा तस्करों पर लगाम लगाने के लिए मुहिम शुरु की हुई है, कितु दिड़बा के सरकारी अस्पताल में नशा विरोधी मुहिम का कोई असर नहीं है। अस्पताल कांप्लेक्स में भांग के पौधे उगे हुए हैं, जो अस्पताल की चारदीवारी के बाहर व अस्पताल के दूसरे बंद पड़े गेट में सड़क पर जाते लोगों को नशे प्रति उत्साहित तो करते हैं, साथ ही अस्पताल की लापरवाही संबंधी भी पता चलता है। अस्पताल के भीतर इमारत के साथ खुले आंगन में भांग के पौधे व गाजर बूटी आम देखी जा सकती है। यदि अस्पताल में सफाई व अन्य बातों की तरफ ध्यान न दिया गया तो समस्या गंभीर हो सकती है। सफाई का कार्य जल्दी शुरु करवाया जाएगा: सीएमओ
अस्पताल में उगी भांग संबंधी जब सिविल सर्जन संगरूर डॉ. गुरशरण सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में उगी भांग अति निदनीय है। अस्पताल की सफाई एसएमओ कौहरियों को निर्देश देकर जल्द ही करवाई जाएगी। किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होने दी जाएगी।