धूरी में गंभीर हुई बेसहारा पशुओं की समस्या
बेनड़ा (संगरूर) इलाके के गांवों व शहर धूरी में जहां बेसहारा पशुओं की समस्या गंभीर हो चुकी है।
जेएनएन, बेनड़ा (संगरूर) : गांवों व शहर धूरी में जहां बेसहारा पशुओं की समस्या गंभीर हो चुकी है, वहीं आये दिन मुख्य मार्गों पर बेसहारा पशुओं के कारण घटित होती दुर्घटनाओं में लोगों को अपनी जान से हाथ धोने पड़ रहे हैं। किंतु अब पशु रेलवे की सीमा में दाखिल हो रहे, जिस कारण किसी भी समय बड़ा रेल हादसा हो सका है। जब रेलवे स्टेशन धूरी का दौरा किया गया, तो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर बेसहारा पशु घूम रहे थे, परंतु रेलवे विभाग का इनकी ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया। रेलवे लाइनों के बिल्कुल साथ घूम रहे इन पशुओं के रेलवे गाड़ी आगे आने के कारण जहां किसी समय कोई भी बड़ा हादसा घट सकता है, वहीं जानी नुकसान की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। कितु रेलवे विभाग कुंभकर्णी नींद सोया दिखाई दे रहा है । शहर के विभिन्न संगठनों पर आधारित गठित सांझा समाज कल्याण मोर्चा धूरी की लगातार डेढ़ हफ्ता चली भूख हड़ताल में तहसीलदार धूरी ने धरनाकारियों को 30 दिसंबर तक शहर में से बेसहारा पशु पकड़कर बाहर छोड़े जाने का भरोसा देकर भूख हड़ताल समाप्त करवा दी थी, परंतु आज तक प्रशासन की तरफ से बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।