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रामपुर गुजरां में पंचायती जमीन की बोली रद

गांव रामपुर गुजरां में 9 एकड़ अनुसूचित वर्ग के मजदूरों के हिस्से की जमीन की बोली कम दाम पर होने के चलते रद्द कर दी गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 May 2019 04:34 PM (IST)Updated: Tue, 21 May 2019 04:34 PM (IST)
रामपुर गुजरां में पंचायती जमीन की बोली रद

जेएनएन, दिड़बा, संगरूर : गांव रामपुर गुजरां में 9 एकड़ जमीन अनुसूचित वर्ग के मजदूरों के हिस्से की बोली कम दाम पर होने के चलते रद कर दी गई। इस बारे में क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन के नेता धर्मपाल सिंह की अगुआई में गांव में बोली रद किए जाने के कारण रोष प्रदर्शन किया गया।

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इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से पंचायती रिजर्व कोटे की जमीन के हिस्से 13 एकड़ में से 9 एकड़ पर जनरल वर्ग ने अवैध कब्जा किया हुआ था। इसके खिलाफ क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन द्वारा किए संघर्ष तहत अधिकारियों द्वारा 9 एकड़ पर किए अवैध कब्जे में 5 एकड़ की गांव में बोली करवानी शुरू की गई, कितु अनुसूचित वर्ग ने विरोध करते हुए निशानदेही करवाकर 9 एकड़ जमीन पूरी करवाने की मांग रखी। गांव द्वारा कम दाम पर संयुक्त तौर पर जमीन लेने के लिए तीन अनुसूचित मजदूरों ने बोली के लिए सिक्योरिटी भरी। 9 एकड़ जमीन की बोली 80 हजार के हिसाब से शुरू करके 82 हजार पर खत्म हो गई मौके पर मौजूद बीडीपीओ रिपी गर्ग ने कम दाम पर बोली होने के चलते बोली रद कर दी। गांव में बोली रद्द होने उपरांत मजदूरों ने रोष प्रदर्शन किया। यूनियन के जिला प्रधान धर्मपाल सिंह, जिला नेता मेघ सिंह, जैली सिंह, जगसीर सिंह ने कहा कि पिछले लंबे समय से मिलीभगत से तीसरे हिस्से पर किया अवैध कब्जा खाली करवाकर रहेंगे। 4 एकड़ पंचायती रिजर्व कोटे की जमीन जो उससे अलग है, उसकी बोली हो चुकी है। गौर हो कि पंचायती जमीन में पानी का कोई प्रबंध नहीं है। जमीन में पानी का प्रबंध हर हालत में होना चाहिए व जमीन में पानी के लिए बिजली कनेक्शन दिया जाना चाहिए।

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