वारें सुनाकर संगत को गुरु इतिहास से जोड़ा
दशमेश पिता श्री गुरु गोबिद सिह साहिब का प्रकाश पर्व गांव लखमीरवाला के गुरुद्वारा साहिब में श्रद्धा से मनाया गया।
जागरण टीम, संगरूर
दशमेश पिता श्री गुरु गोबिद सिह साहिब का प्रकाश पर्व गांव लखमीरवाला के गुरुद्वारा साहिब में श्रद्धा से मनाया गया। श्री अखंड पाठ साहिब के भोग उपरांत ज्ञानी जुगराज सिंह के ढाडी जत्थे की तरफ से वारें पेश करके संगत को गुरु इतिहास से जोड़ा। उन्होंने संगत को दशमेश पिता द्वारा दिखाए मार्ग पर चलकर सिखी से जुड़े रहने का संदेश दिया। गुरु का लंगर अटूट बांटा गया। इस मौके पर शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के सर्किल प्रधान मनिदर सिंह लखमीरवाला, बलजीत सिंह, कुलवंत सिंह, हरी सिंह, भुपिदर सिंह, जंगीर सिंह, जोध सिंह, दरबारा सिंह, सत्तपाल सिंह आदि उपस्थित थे। उधर, अमरगढ़ में संगत ने विशाल नगर कीर्तन आयोजित किया। संगरूर में श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसायटी संगरूर द्वारा श्री गुरु गोबिद सिंह जी के प्रकाश पर्व को समर्पित बाल कवि दरबार स्थानीय गुरुद्वारा श्री गुरु नानकपुरा साहिब में करवाया गया। सोसायटी के प्रधान दलवीर सिंह बाबा, राजविन्दर सिंह लक्की, नरिदरपाल सिंह साहनी, हरविदर सिंह बिट्टू व जसविदर सिंह प्रिस प्रधान गुरुद्वारा समिति की देखरेख में हुए समागम में नर्सरी से बारहवीं तक के भाग लेने वाले 100 से अधिक बाल कवियों को तीन ग्रुपों में बांटा गया। जूनियर व सीनियर ग्रुपों के विद्यार्थियों ने पंथ कवि डा. हरी सिंह, कर्मजीत सिंह नूर, डा. चरणजीत सिंह उड़ारी, संगरूर के मरहूम कवि राजिदर सिंह जोशा व नौजवान लिखारी गगनदीप सिंह गग्गी संगरूर द्वारा रचित गुरु इतिहास, संकल्प सिद्धांत व सिख संस्कृति से संबंधित रचनाओं की खूबसूरत ढंग से पेशकारी की। जजों ने दिल्ली पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी प्रभलीन सिंह को सर्वोत्तम कवि करार दिया। विजेताओं को सम्मान देने की रस्म जसविन्दर सिंह प्रिस, दलवीर सिंह बाबा, नरिन्दरपाल पाल सिंह एडवोकेट, जसविदर पाल सिंह, प्रीतम सिंह सुरिन्दरपाल सिंह सिदकी, राजविदर सिंह लक्की, अवतार सिंह, हरविदर सिंह बिट्टू, हरभजन सिंह भट्टी, अमरिन्दर सिंह मोखा, इमानपी्त सिंह, हरविदर सिंह पप्पू, गुरिदर सिंह सरना, परमिन्दर सिंह, गुरमीत सिंह सोनू ने निभाई।