पराली जलाने से होने वाले नुकसान के लिए प्रेरित किया
जागरण संवाददाता संगरूर किसानों को पराली न जलाने हेतु जागरूक करने के लिए डीसी संगरूर ने रवाना किया।
जागरण संवाददाता, संगरूर : किसानों को पराली न जलाने हेतु जागरूक करने के लिए डीसी संगरूर रामवीर द्वारा जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स से सात जागरूकता वैनों को रवाना किया है। उन्होंने बताया कि इन वैनों के पहले फेज में जिला संगरूर के सभी 589 गांव को कवर किया जाएगा। इससे खेती विभाग के कर्मचारी किसानों को पराली न जलाने संबंधी जागरूक करेंगे। इसके अलावा पराली जलाने के बुरे प्रभाव संबंधी तस्वीरों वाला पर्चे बांटे जाएंगे। उन्होंने किसानों को अपील की कि वह पराली न जलाएं, क्योंकि इसके धुएं से वनसस्पित, जीव, मिट्टी की सेहत पर असर पड़ता है। इसके अलावा मनुष्य को कैंसर, हार्ट अटैक, चमड़ी रोग, सांस, दमा की बीमारी का सामना करना पड़ता है। मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डॉ. जसविदरपाल सिंह ग्रेवाल ने बताया कि पराली जलाने से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति कम होती है, जिससे खाद की जरूरत अधिक पड़ती है। किसानों को फसल पैदावार हेतु अधिक खर्चा करना पड़ता है। जबकि पराली मिट्टी में मिलाने से किसानों को यूरिया, स्प्रे व खाद कम देनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि गांव में किसानों को स्पीकरों, साहित्य व यूथ क्लबों के जरिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि जहरीले धुंए से पैदा होने वाली भयानक बीमारी से बचाव हो सके।