युवक की टांगें व बाजू तोड़ने वाले दो माह बाद भी फरार, पीड़ितों ने संगरूर-बरनाला रोड पर लगाया धरना
दो माह पहले गांव गगड़पुर के नौजवान की बेरहमी से की गई मारपीट के मामले में अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से पीड़ित परिवार व इलाका निवासियों ने पुलिस लाइन संगरूर के गेट के समक्ष संगरूर-बरनाला रोड पर धरना लगाया।
जागरण संवाददाता, संगरूर
दो माह पहले गांव गगड़पुर के नौजवान की बेरहमी से की गई मारपीट के मामले में अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से पीड़ित परिवार व इलाका निवासियों ने पुलिस लाइन संगरूर के गेट के समक्ष संगरूर-बरनाला रोड पर धरना लगाया। पीड़ित नौजवान की दोनों टांगें व एक बाजू आरोपितों ने तोड़ दिया। गंभीर हालत से गुजर रहे युवक को भी पीड़ित परिवार एंबुलेंस में धरनास्थल पर लेकर पहुंचे। पीड़ित परिवार ने संगरूर पुलिस व पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पीड़ित जब अपनी फरियाद एसएसपी संगरूर को सुनाने के लिए पुलिस लाइन के भीतर जाने लगे तो पुलिस प्रशासन ने पुलिस लाइन के गेट बंद कर दिए। गुस्साए परिवार ने मेन रोड पर चक्का जामकर आवाजाही ठप की।
पीड़ित वरिदर सिंह पुत्र स्वर्गीय हरबंस सिंह निवासी गगड़पुर ने बताया कि 14 अप्रैल को सुबह उभावाल फैक्ट्री पर ड्यूटी जाते समय उसे एक कार में सवार होकर आए चार लोगों ने पीछे से टक्कर मारकर मोटरसाइकिल से नीचे गिरा लिया। हथियारों से लैस आरोपितों ने उससे मारपीट की। इससे उसकी दोनों टांगें व एक बाजू टूट गई। उक्त हमलावर उसे मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गए। हमलावरों में से किसी एक व्यक्ति ने गांव के भरपूर सिंह नामक व्यक्ति को फोन करके जानकारी दी कि उन्होंने उसका काम कर दिया है। उसका शोर सुनकर आसपास से कुछ लोग जमा हो गए व उन्होंने उसे अस्पताल संगरूर पहुंचा। अब वह मालेरकोटला के अस्पताल में उपचाराधीन हैं। पुलिस ने उसके बयानों के आधार पर चार अज्ञात व्यक्तियों पर 14 अप्रैल को केस दर्ज कर लिया था, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उसने आरोप लगाया कि उस पर हमला करवाने वाले भरपूर सिंह, उसका भतीजा गुरदीप सिंह पप्पी व भाई जरनैल सिंह जैली शामिल हैं, जो आज भी गांव में आजाद घूम रहे हैं।
पीड़ित की मां सुखविदर कौर, पत्नी कुलजिदर कौर ने कहा कि आरोपित हर दिन परिवार को धमकियां दे रहे हैं। पैसे व राजनीतिक पहुंच के कारण आरोपित आजाद हैं। सुखविदर कौर ने कहा कि वर्ष 2017 से भरपूर सिंह उनके परिवार से रंजिश रख रहा है व इससे पहले भी उसके बेटे पर हमला किया जा चुका है। वह कई बार उसके बेटे वरिदर को जान से मारने की धमकी दे चुका है।
ग्रामीण अमरजीत कौर ने बताया कि उक्त व्यक्ति वर्ष 2017 के दौरान उसके बेटे जगतार सिंह की मौत का भी जिम्मेदार है, जिसका अदालत में केस भी चल रहा है। वरिदर सिंह के परिवार ने इस केस में उनकी मदद की थी, इसी रंजिश के चलते भरपूर सिंह वरिदर सिंह को मौत के घाट उतारने में तुला है। --------------------------
पुलिस ने मांगा दो दिन का समय
धरनास्थल पर पहुंचे एसपी (एच) व डीएसपी सुनाम बलजिदर सिंह पन्नू ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्हें दो दिन का समय देते हुए भरोसा दिलाया कि दो दिन के भीतर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले में बनती धाराओं का भी बढ़ावा किया जाएगा।