51 मुलाजिम व पेंशनर्स ने सरकार खिलाफ की भूख हड़ताल आरंभ
पंजाब यूटी मुलाजिम व पेंशनर सांझा फ्रंट जिला संगरूर के कनवीनर वासवीर सिंह भुल्लर राज कुमार अरोड़ा प्रीतम सिंह धुरा सुखदेव सिंह चंगालीवाला के नेतृत्व में राज्य कमेटी के फैसले मुताबिक मुलाजिमों व पेंशनर्स की मांगों के लिए डीसी कार्यालय संगरूर के समक्ष दस दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की गई।
जागरण संवाददाता, संगरूर
पंजाब यूटी मुलाजिम व पेंशनर सांझा फ्रंट जिला संगरूर के कनवीनर वासवीर सिंह भुल्लर, राज कुमार अरोड़ा, प्रीतम सिंह धुरा, सुखदेव सिंह चंगालीवाला के नेतृत्व में राज्य कमेटी के फैसले मुताबिक मुलाजिमों व पेंशनर्स की मांगों के लिए डीसी कार्यालय संगरूर के समक्ष दस दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की गई। इसके पहले दिन मंगलवार को 51 मुलाजिमों व पेंशनर्स ने भूख हड़ताल पर बैठकर पंजाब सरकार की जमकर आलोचना की।
धरने पर बैठे गुरप्रीत सिंह, रामेश कुमार, राजवीर बडरूखां, रणजीत सिंह, बलदेव सिंह, सुरिदर सिंह व जसवीर सिंह खालसा ने कहा कि पंजाब सरकार मुलाजिमों व पेंशनर्स की मांगें मानने से लगातार इंकार कर रही है। विधानसभा चुनाव से पहले किए गए वादों से सरकार भाग रही है। चार साल बीत चुके हैं कोई भी वादा वफा नहीं किया है। उनकी मांगें समूह विभागों में रिस्टर्कचरिग पालिसी को रद करना, सरकारी विभागों का निजीकरण रोकना, पुरानी पेंशन स्कीम बहाली, डीए की बकाया किस्तें जारी करना, छठे पे कमिशन की सिफारिशें लागू करना, मेडिकल भत्ते में बढ़ोतरी करना, ठेका, आउटसोर्सिंग व पार्ट टाइम मुलाजिम पक्के करना आदि हैं। उन्होंने कहा कि भूख हड़ताल दस मार्च तक जारी रहेगी। यदि सरकार ने अपने पांच मार्च को पेश किए जाने वाले बजट में मुलाजिमों व पेंशनर्स की मांगों को अनदेखा किया तो संघर्ष को तेज किया जाएगा। पांच मार्च को बाद दोपहर सरकार की अर्थी व बजट की कापियां जलाई जाएंगी। ठेका प्रणाली बंद करने, कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने, महंगाई भत्ते व अन्य बकाया जारी करने, मुलाजिमों व पेंशनर्स पर लगाया दो सौ रुपये टैक्स वापस लेने, परखकाल के दौरान प्राथमिक तनख्वाह देने का पत्र वापस लेने की मांग की।