Move to Jagran APP

आधा दर्जन गांव बेहाल, सुनवाई न होने का है मलाल

थर्मल प्लांट की झीलों से राख ले जाने वाली गाड़ियों की वजह से इलाके के आधा दर्जन गांव के लोग जहां परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 10:38 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 10:38 PM (IST)
आधा दर्जन गांव बेहाल, सुनवाई न होने का है मलाल
आधा दर्जन गांव बेहाल, सुनवाई न होने का है मलाल

जागरण टीम, घनौली/रूपनगर: रोजाना थर्मल प्लांट की झीलों से राख ले जाने वाली गाड़ियों की वजह से इलाके के आधा दर्जन गांव के लोग जहां परेशान हैं, वहीं ओवरलोड वाहनों से भी सड़कें टूट रही हैं। गांवों की लिक सड़कें ओवरलोड वाहनों को झेल नहीं पा रही हैं और बिना ढकी गाड़ियों से उड़ती राख राहगीरों और गांववासियों के लिए परेशानी बन रही है। गांव दर्बुजी, डकाला, नूहों, लोहगढ़ फिड्डे, रणजीतपुरा व चंदपुर गांवों की सड़कों की हालत खस्ता है। गौर हो कि पंजाब में खनन सामग्री महंगी होने के बाद लोगों ने भरत डालने के लिए अपना रुख थर्मल प्लांट की राख की तरफ किया है।

loksabha election banner

गुरु गोबिद सिंह सुपर थर्मल प्लांट रूपनगर की झीलों (डायक) में पड़ी राख का इस्तेमाल पहले सिर्फ सीमेंट कंपनियां ही करती थीं। अब इमारतों के निर्माण के समय नींव में भरत डालने के लिए मिट्टी आसानी से न मिलने पर अब लोग इस राख का इस्तेमाल भरत के रूप में कर रहे हैं। खेतों में से मिट्टी खोदने पर खनन माफिया सात से आठ सौ रुपये प्रति ट्रॉली के हिसाब से वसूल रहे हैं, वहीं थर्मल प्लांट की यह राख बिलकुल मुफ्त मिलती है। झीलों के निकट तैनात पैस्को सिक्योरिटी के जवानों के रजिस्टर के आंकड़ों के अनुसार थर्मल प्लांट की झीलों से रोजाना औसतन 300 गाड़ियां राख लेकर जाती हैं। पहले ये संख्या डेढ सौ से दो सौ गाड़ियां होती थी।

निवेदन करने पर भी कार्रवाई नहीं गांव दर्बुजी के सरपंच गुरजीत सिंह, नूहों की सरपंच

अमरजीत कौर व डकाला की सरपंच सीमा सैनी सहित समाजसेवी बलविदर सिंह दबुर्जी ने बताया कि राख वाली गाड़ियां अच्छी तरह ढकी न होने व ओवरलोड वाहनों के कारण गांवों की सड़कें टूट रही हैं। उड़ती राख की वजह से सड़कों पर लोगों का आना- जाना मुश्किल हो रहा है। इलाके के लोग कई बार चालकों से गाड़ियों को अच्छी तरह ढककर ले जाने और ओवरलोड रोकने संबंधी जिला प्रशासन को निवेदन कर चुके हैं, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही।

मिट्टी लाने पर काटी जाती है पांच सौ रुपये की पर्ची

गांव दबुर्जी के ड्राइवर गुरनाम सिंह ने बताया कि जब वह हिमाचल प्रदेश से मिट्टी की गाड़ी भरने के लिए जाते हैं, तो उनकी धक्के से पांच सौ रुपये की पर्ची काटी जाती है। वहीं हिमाचल प्रदेश की गाड़ियों के ड्राइवर थर्मल प्लांट से बिलकुल मुफ्त राख ले जा रहे हैं। कार्रवाई की जाएगी: एसडीएम

थर्मल प्लांट के राख की डायकों से राख लाने वाले व अन्य भारी वाहनों को ओवरलोड चलाने का मामला ध्यान में आया है। आरटीए रूपनगर को कहकर ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करवाई जाएगी व अंडर लोड चलने के साथ वाहनों पर तिरपाल डालकर राख ले जाने के लिए हिदायत की जाएगी।

हरजोत कौर, एसडीएम, रूपनगर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.