सीमा पर वाहन, क्वारंटाइन केंद्रों में दूसरे राज्यों से आए 937 लोग
नंगल शहर व पंजाब-हिमाचल सीमा पर कर्फ्यू का असर साफ देखने को मिल रहा है। शहर के अंदर तथा बेहद व्यस्त रहने वाले राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सन्नाटा पसर चुका है।
सुभाष शर्मा, नंगल : नंगल शहर व पंजाब-हिमाचल सीमा पर कर्फ्यू का असर साफ देखने को मिल रहा है। शहर के अंदर तथा बेहद व्यस्त रहने वाले राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सन्नाटा पसर चुका है। गत 29 व 30 मार्च को हिमाचल में अपने घरों तक जाने के लिए निकले पंजाब के अलावा हरियाणा व दिल्ली के हिमाचली लोगों के वाहन अब भी सीमा पर बड़ी संख्या में खड़े हुए हैं, क्योंकि 935 लोगों को एहतियात के तौर पर हिमाचल में अलग-अलग जगहों पर बनाए बफर क्वारंटाइन सेंटरों में भेजा जा चुका है।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रविवार रात नौ बजे घरों की बत्तियां बंद करके दीपक, मोमबत्ती व टार्च आदि से रोशनी के लिए एकजुटता का आह्वान भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों राम कुमार सहोड़, प्रवीन द्विवेदी, राजेंद्र सोनी ने किया है। इनके अलावा बीबीएमबी के उपमुख्य अभियंता इंजी. केके सूद ने भी रात्रि नौ बजे लाइटें बंद करके सुदृढ़ता का परिचय देने का आग्रह राष्ट्र वासियों से किया है। तीसरे दिन भी जारी रही माल गाड़ी में मैगी की लोडिंग
नंगल डैम रेलवे स्टेशन से हिमाचल के जिला ऊना के नेस्ले प्लाट से असम भेजी जा रही 400 टन मैगी की लोडिंग आज तीसरे दिन भी जारी रही। श्रमिकों के अभाव कारण लोडिंग का कार्य आज भी पूरा नहीं हो सका है। उम्मीद की जा रही है कि शनिवार रात तक मैगी की लोडिंग हो जाएगी। इसके बाद तय गंतव्य पर मैगी की बड़ी सप्लाई सोमवार शाम तक असम के गुवाहटी जैसे इलाकों में पहुंच जाएगी। नंगल डैम रेलवे स्टेशन के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब सभी गाड़ियां रद हो चुकी हैं तथा दिल्ली से नार्दन रेलवे की ओर से भेजी गई बड़ी माल गाड़ी में 400 टन के करीब मैगी जैसी खाद्य सामग्री की तीन दिनों से लोडिंग चल रही है। ऊना में पीजीआइ मरीजों के लिए टेलीमेडिसन की सुविधा---
समीपवर्ती हिमाचल के जिला ऊना प्रशासन ने पीजीआइ चंडीगढ़ के मरीजों को ऊना से टेलीमेडिसन की सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था तैयार कर दी है। डीसी संदीप कुमार के अनुसार पीजीआइ चंडीगढ़ में फिलहाल ओपीडी की सुविधा बंद है, इसलिए मरीजों को सुविधा देने के लिए टेलीमेडिसन तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। पीजीआई चंडीगढ़ से डॉ. अनमोल व डॉ. अरुण ऊना पहुंच गए हैं। जिन मरीजों का पीजीआई चंडीगढ़ का कार्ड बना है, वह कार्ड के साथ सोमवार से आईपीएच विश्राम गृह में किसी भी कार्य दिवस के दौरान सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक आ सकते हैं। 8000 मुर्गियां की खत्म
ऊना जिला में 8000 मुर्गियों को किलिंग किया गया है। वर्ल्ड फ्लू के मद्देनजर ही प्रशासन की ओर से यह फैसला किया गया है। ऐसा पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में मुर्गियों की किलिंग की गई है। उप निदेशक पशु पालन विभाग डॉ. जय सिंह सेन ने रिपोर्ट भेज दी है। इसके अलावा जिला ऊना में 10 गद्दी परिवारों को भी राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।