फाटक बंद होने के बाद से नंगल में ट्रैफिक जाम की समस्या बरकरार
निर्माणाधीन फोरलेन फ्लाईओवर के मद्देनजर नार्दर्न रेलवे के सी 88 फाटक को बंद कर दिए जाने के बाद से लगातार जाम की समस्या बनी हुई है। वीकेंड पर तो जाम इस कदर बढ़ जाता है कि गंतव्य तक पहुंचने में समय की बर्बादी के साथ ही महंगाई के दौर में पेट्रोल डीजल जैसे ईंधन का भी इलाका वासियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
सुभाष शर्मा, नंगल : निर्माणाधीन फोरलेन फ्लाईओवर के मद्देनजर नार्दर्न रेलवे के सी 88 फाटक को बंद कर दिए जाने के बाद से लगातार जाम की समस्या बनी हुई है। वीकेंड पर तो जाम इस कदर बढ़ जाता है कि गंतव्य तक पहुंचने में समय की बर्बादी के साथ ही महंगाई के दौर में पेट्रोल डीजल जैसे ईंधन का भी इलाका वासियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। बिना वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था किए एनएच के रास्ते बंद किए जा चुके फाटक से ही राष्ट्रीय उच्च मार्ग गुजरता था। इस वजह से अब जहां बड़े वाहनों का ट्रैफिक आनंदपुर साहिब व अगमपुर से डाइवर्ट किया जा चुका है। केवल कारों जैसे लाइट वाहन शहर के अंदर से गुजर रहे हैं। इन हालातों में इंटर स्टेट ट्रैफिक के कारण शहर के अंदर भी ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण कई जगहों पर टूट चुकी सड़कों पर पड़े गड्ढे वाहनों की गति में बाधा बन चुके हैं। आइटीआइ के निकट नहर के पास गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़क को ठीक करने का काम अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है। परिणामस्वरूप यह लग रहा है कि आने वाले दिनों में भी जाम की समस्या से हजारों लोगों को परेशान होना पड़ेगा।
नंगल से ही एनएच के रास्ते होते हुए हिमाचल, उत्तरांचल, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली जैसे प्रांतों की ओर लोग आवागमन करते हैं। नंगल डैम के टी प्वाइंट से डाइवर्ट किए गए मार्ग पर एनएच पर चलने वाले वाहनों के साथ ही एंबुलेंस जैसे रोगी वाहन तथा आपातकाल की सेवाएं जाम की वजह से प्रभावित हैं। यही बस नहीं, नंगल बस स्टैंड से अब बसें नहीं मिलती जिसके चलते लोगों को पैदल लंबा रास्ता तय करके नया नंगल एनएफएल चौक पर बन चुके अस्थाई बस स्टैंड पर जाकर हिमाचल तथा जालंधर, होशियारपुर आदि के लिए बसें पकड़नी पड़ रही हैं। बदल चुके हैं बसों के रूट
कई बसों के रूट ही बदल चुके हैं, जो अब नया नंगल ना आकर बाया नानग्रां, सेहजोवाल, संतोषगढ़ होते हुए ही हिमाचल की ओर निकल जा रही हैं। कुल मिलाकर जाम की बरकरार समस्या ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उठाई जा रही मांग के बावजूद जरूरी इंतजामों का अभाव लगातार बना हुआ है। वैकल्पिक मार्ग का काम बरारी गांव के पास सतलुज दरिया पर शुरू किया गया था जो चुनाव की भेंट चढ़ गया है। जरूरत समझी जा रही है कि जल्द सतलुज पर काज-वे तरह का वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जाए ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को राहत मिल सके।