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हड़ताल की सताई व्यवस्था, सिसकती सेवाएं

रूपनगर पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन की पिछले सप्ताह बुधवार से जारी हड़ताल का असर लोगों के कामकाज पर पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 09:35 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 09:35 PM (IST)
हड़ताल की सताई व्यवस्था, सिसकती सेवाएं
हड़ताल की सताई व्यवस्था, सिसकती सेवाएं

जागरण संवाददाता, रूपनगर

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पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन की पिछले सप्ताह बुधवार से जारी हड़ताल का असर लोगों के कामकाज पर पड़ रहा है। बुधवार से लेकर अब तक पांच दिन सचिवालय में काम नहीं हो रहे हैं। सेवा केंद्र वाले लोगों के आवेदन लेते जा रहे हैं और संबंधित विभागों को भेज रहे हैं, लेकिन हड़ताल के मद्देजनर कोई काम नहीं हो रहा। डीसी दफ्तर समेत एसडीएम दफ्तर, तहसील दफ्तर में काम नहीं हो रहा। नगर कौंसिल में जन्म व मौत दर्ज करने और सर्टिफिकेट बनवाने का काम नहीं हो रहा। गौर हो कि रूपनगर तहसील दफ्तर में एक महीने में 300 के आसपास रजिस्ट्रियां होती हैं, जिससे करीब एक करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र होता। एक महीने में करीब 22 दिन वर्किंग होती है। यानी की रोजाना 13 के आसपास रजिस्ट्रियां होती हैं। पिछले पांच दिन में हुई हड़ताल के दौरान 65 रजिस्ट्रियां नहीं हो पाईं जिससे 25 लाख के आसपास राजस्व का नुकसान हुआ है। इसमें छह फीसद स्टैंप ड्यूटी और 2 फीसद फीस शामिल है। इसी तरह दस के करीब वसीयतें भी नहीं हो पाई हैं।

सेवा केंद्र रूपनगर में रोजाना के 100 आवेदन आते हैं। बुधवार से ये आवेदन विभागों में धूल मिट्टी फांक रहे हैं। डीसी दफ्तर में आमर्स लाइसेंस, काउंटर साइन, वेरीफिकेशन आदि काम नहीं हो रहे। एसडीएम दफ्तर, तहसीलदार दफ्तर आदि अन्य दफ्तरों में नकल कापी, इंकम सर्टिफिकेट, मैरिज सर्टिफिकेट, कास्ट सर्टिफिकेट, डोमीसाइल सर्टिफिकेट, फ्लैट वेल्यूएशन, जन्म और मौत सर्टिफिकेट आदि काम नहीं हो रहा। .. तो हफ्ता बैकलॉग में निकल जाएगा सेवा केंद्र से रोजाना 100 अलग- अलग आवेदन सरकारी दफ्तरों में जमा हो रहे हैं। यानी कि पांच दिन में 500 आवेदन का आंकड़ा पहुंच गया है। हड़ताल अगर अगले दो दिन में खुलती भी है, तो ये हफ्ता बैकलाग पूरा करने में ही निकल जाएगा। लोगों को परेशानी न हो: दर्दी युवा नेता नवीन दर्दी ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को बिना वजह हड़ताल नहीं करनी चाहिए। आम लोगों के जरूरी कम लटके हुए हैं। किसी का जन्म सर्टिफिकेट तो किसी की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही। कर्मचारी हड़ताल की बजाय संबंधित विभाग के आला अधिकारी या नेता को जाकर मिलें। अगर वो भी नहीं सुनता तो वहां धरना दें। सरकार कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करे। लोग चक्कर लगाकर थक चुके हैं: कक्कड़ व्यापारी तिलकराज कक्कड़ ने कहा कि लोग सेवा केंद्र में चक्कर मार मारकर थक गए हैं। क्योंकि वहां से यही जवाब मिलता है कि आपका आवेदन संबंधित विभाग भेजा हुआ है, वहां हड़ताल खत्म होने के बाद भी काम नहीं हो पाएगा।


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