अहंकार से दूर रह समर्पण भाव से करें जीवन यापन तभी प्राप्त होगी प्रभु कृपा
लोक कल्याण के लिए डुकली गाव के बाबा बालक रूपी मंदिर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा कार्यक्त्रम में भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया। मंदिर के संचालक स्वामी हिम्मता दास महाराज की अध्यक्षता में 31 जनवरी से लगातार भक्तजनों का वेद ग्रंथों के उपदेशों से अध्यात्मिक मार्ग करके सभी को जीवन में अछे कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया।
जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के लिए डुकली गाव के बाबा बालक रूपी मंदिर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा कार्यक्त्रम में भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया। मंदिर के संचालक स्वामी हिम्मता दास महाराज की अध्यक्षता में 31 जनवरी से लगातार भक्तजनों का वेद ग्रंथों के उपदेशों से अध्यात्मिक मार्ग करके सभी को जीवन में अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया। दूर दराज से आए संतजनों में शामिल योगानंद पुरी, राजेश पुरी आदि ने कहा कि मानव जीवन प्रभु की बड़ी देन है। इसलिए मनुष्य को अहंकार से दूर रहकर विनम्रता तथा समर्पण भाव से जीवन यापन करना चाहिए। अहंकार में आकर कभी अत्याचार के मार्ग पर ना चलें। अहंकार करने से मनुष्य पर बनी प्रभु की कृपा समाप्त हो जाती है। प्रभु उन लोगों पर ही अपनी कृपा बनाए रखते हैं जो इस दुनिया में अहंकार व अधर्म से दूर रहकर मानव जीवन की निस्वार्थ सेवा करते हैं।
आचार्य विदोशी दीदी ने भी उद्गार व्यक्त करते हुए सभी को प्रभु को साक्षी मानकर जीवन यापन करने की प्रेरणा दी। प्रभु सदैव हम पर अपनी दृष्टि बनाए हुए हैं। इसलिए दीन दुखियों व जरूरतमंदों की सेवा करके जीवन के अमूल्य पलों को व्यतीत करें। भक्ति मार्ग पर चल कर ही सभी को जीवन यापन करना चाहिए। जो प्राणी दीन दुखियों की मदद करता है, प्रभु सदैव उन पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं। नई पीढ़ी बड़ों का आदर तथा अपने माता-पिता का सम्मान जरूर करे। देखा जा रहा है कि सूचना व तकनीक के युग में बच्चों के पास अपने माता-पिता के लिए समय ही नहीं बचा है, जो समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। समय रहते हमें अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने की दिशा में गंभीर हो जाना चाहिए।
कार्यक्रम में समाज सेवक विजय धीर, किरन धीर, योगाचार्य आरएस राणा ने मंदिर प्रांगण में जय घोषों के बीच ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर विशेष रूप से नतमस्तक होने पहुंचीं पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा केपी सिंह की सुपुत्री दिव्या राणा व उनके पति ध्रुव कंवर को मंदिर पहुंचने पर आयोजकों की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर समाज सेवक राकेश मेहता, कृष्णा देवी, कमल सिंह, ज्योति देवी, जगदेव सिंह, परस राम, आशा, ऊषा, सुदेश, जसविंदर सिंह, रजत धीर, रोहित, रविंद्र, नीलम ठाकुर, साक्षी, शुभम धीर, रजत धीर आदि ने कंजक पूजन करके लगाए गए अटूट लंगर में सेवाएं प्रदान करके लोक कल्याण की कामना की।