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एडवोकेट शेखर शुक्ला पंजाब ब्राह्मण भलाई बोर्ड के चेयरमैन बने

जागरण संवाददाता रूपनगर बाह्मण सभा पंजाब के प्रधान एडवोकेट शेखर शुक्ला को पंजाब सरकार न

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 11:10 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 11:10 PM (IST)
एडवोकेट शेखर शुक्ला पंजाब  ब्राह्मण भलाई बोर्ड के चेयरमैन बने
एडवोकेट शेखर शुक्ला पंजाब ब्राह्मण भलाई बोर्ड के चेयरमैन बने

जागरण संवाददाता, रूपनगर: बाह्मण सभा पंजाब के प्रधान एडवोकेट शेखर शुक्ला को पंजाब सरकार ने ब्राह्मण भलाई बोर्ड पंजाब का चेयरमैन मनोनीत किया है। एडवोकेट शेखर शुक्ला ब्राह्मण सभा पंजाब के प्रधान के रूप में कई सालों से जुटे हुए हैं। ब्राह्मण समाज की भलाई और उत्थान के लिए ब्राह्मण भलाई बोर्ड के चेयरमैन की जिम्मेदारी सामाजिक न्याय अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग पंजब की प्रमुख सचिव राजी पी श्रीवास्तवा के आदेशों के साथ सौंपी गई है। शेखर शुक्ला ने उन्हें पंजाब के ब्राह्मणों की भलाई के लिए सौंपे गए ओहदे के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह और विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह का आभार जताया। शुक्ला को चेयरमैन बनाने में विशेष रूप से विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह की अहम भूमिका रही। अपनी नियुक्ति के बाद एडवोकेट शेखर शुक्ला विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह का मुंह मीठा करवाने के लिए विशेष रूप से उनके निवास पर पहुंचे। एडवोकेट शेखर शुक्ला ने कहा कि ब्राह्मण समाज की भलाई के लिए, वह पहले भी जिम्मेदारी निभाते रहे हैं और अब इसे जिम्मेदारी को भी कर्मठता के साथ निभाएंगे। अहम बात ये है कि ब्राह्मण सभा पंजाब के प्रधान एडवोकेट शेखर शुक्ला के अलावा इस ओहदे के लिए पठानकोट, लुधियाना समेत कई शहरों से कई दावेदार मैदान में थे, पर शुक्ला को चेयरमैनी दिलाने के लिए विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह ने अहम भूमिका अदा की। अध्यक्ष व सचिव के तबादले के विरुद्ध दी संघर्ष की चेतावनी

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जागरण संवाददाता, नंगल: भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन (एटक व एफी) के पदाधिकारियों ने मंगलवार को रोष प्रदर्शन करते हुए यूनियन से जुड़े कर्मचारियों के तबादला करने पर नारेबाजी की । केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद अशोक कुमार ने कहा कि बीबीएमबी मैनेजमेंट ने पक्षपात के साथ यूनियन के दो पदाधिकारियों अध्यक्ष व सचिव का तबादला कर दिया है। बैठक करके फैसला लिया गया है कि यदि जल्द तबादले का फैसला वापस नहीं लिया गया तो बीबीएमबी के सभी केंद्रों पर उक्त संगठन आंदोलन के लिए मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी मैनेजमेंट की होगी। कर्मचारियों की लंबित पड़ी मांगों को जल्द हल करने की मांग उठाते हुए संघर्ष की चेतावनी भी दी गई है। बैठक में यूनियन की ओर से आयोजित किए जाने वाले अधिवेशन की तिथि तय करने के संबंध में भी चर्चा की गई।


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