तख्त श्री केसगढ़ साहिब के हेड ग्रंथी और मैनेजर का तबादला
बेअदबी मामले पर सिख संगत के विरोध को देखते एसजीपीसी ने तख्त श्री केसगढ़ साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी फुला सिंह और मैनेजर मलकीत सिंह का तबादला कर दिया गया।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब: बेअदबी मामले पर सिख संगत के विरोध को देखते एसजीपीसी ने तख्त श्री केसगढ़ साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी फुला सिंह और मैनेजर मलकीत सिंह का तबादला कर दिया गया। एसजीपीसी कमेटी हेडक्वार्टर अमृतसर से जारी आदेश अनुसार फुला सिंह को बदलकर गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पटियाला के हेड ग्रंथी और वहां के हेड ग्रंथी ज्ञानी परनाम सिंह को तख्त श्री केसगढ़ साहिब का हेड ग्रंथी लगाया गया है। मैनेजर मलकीत सिंह को गुरुद्वारा नाडा साहिब पंचकुला और वहां के मैनेजर भगवंत सिंह को तख्त श्री केसगढ़ साहिब का मैनेजर लगाया गया है। एसजीपीसी के मुख्य सचिव हरजिदर सिंह धामी ने इस बात की पुष्टि करते बताया कि ज्ञानी फुला सिंह और मलकीत सिंह की यहां से बदली कर दी गई है। गौर हो कि 13 सितंबर को तख्त साहिब में हुई बेअदबी की घटना के बाद जत्थेदार, केड ग्रंथी और मैनेजर का विभिन्न सिख जत्थेबंदियां विरोध कर रही थीं। बेशक एसजीपीसी के अधिकारी इन दोनों तबादलों को रुटीन की कार्रवाई बता रहे हैं, लेकिन जानकारी अनुसार बेअदबी की घटना की पड़ताल दौरान एसजीपीसी कमेटी अधिकारियों ने हेड ग्रंथी और मैनेजर की कारगुजारी पर असंतुष्टि जाहिर की थी। वहीं तख्त श्री केसगढ़ साहिब बेअदबी मामले के रोष के तौर पर सिख जत्थेबंदियों के आह्वान पर संगत ने प्रस्ताव पास करके तख्त साहिब के जत्थेदार और प्रबंधक और सदस्य कमेटी मेंबर को आरोपित मान उनसे इस्तीफे की मांग की। तख्त श्री केसगढ़ साहिब के सामने सिख जत्थेबंदियों द्वारा पश्चाताप समागम के बाद पलविदर सिंह तलवाड़ा ने बेअदबी की घटना के लिए कमेटी के बुरे प्रबंधों को जिम्मेदार बताया। निहंग सिंह राजा राम सिंह ने कहा कि यदि एसजीपीसी मर्यादा बहाल रखने में बेबस है, तो तख्त साहिबान की सेवा निहंग सिंहों के हवाले कर दो। अमनदीप सिंह ने कहा कि दोनों लोकल एसजीपीसी सदस्य जिम्मेदार हैं, इसलिए उनके इस्तीफे लिए जाएं। बेअदबी के आरोपित का नारको टेस्ट करवाया जाए। इस मौके पर गुरमीत सिंह, परविदर सिंह, संत हरदास सिंह, जसवंत सिंह, महिदर सिंह, मनजीत कौर, वरविदर कौर समेत बड़ी संख्या में संगत ने भी इस्तीफे के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए।