अध्यापकों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनीं सीमा जस्सल
जब कोरोना महामारी के साथ विद्यार्थी वर्ग की पढ़ाई पर प्रश्न चिन्ह लग गया था। तब सरकारी स्कूलों के मेहनती अध्यापकों ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए स्कूली शिक्षा को आनलाइन माध्यम से फिर रास्ते पर वापस लाया।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब : जब कोरोना महामारी के साथ विद्यार्थी वर्ग की पढ़ाई पर प्रश्न चिन्ह लग गया था। तब सरकारी स्कूलों के मेहनती अध्यापकों ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए स्कूली शिक्षा को आनलाइन माध्यम से फिर रास्ते पर वापस लाया। इन अध्यापकों में से एक अहम नाम हिदी अध्यापिका सीमा जस्सल का है। वह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बासोवाल जिला रूपनगर में नियुक्त हैं।
सीमा जस्सल ने बहुत ही अलग ढंग से सोशल मीडिया पर आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए शिक्षा विभाग के हर प्रोजेक्ट घर बैठे शिक्षा, ईच वन बरिग वन, पंजाब अचीवमेंट सर्वे, श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 साला गुरपर्व को समर्पित शैक्षिक मुकाबले, स्वागत जिदगी, बड़ी ग्रुप, इंग्लिश बूस्टर ग्रुप का प्रचार बहुत ही बढि़या ढंग से किया।
सीमा जस्सल के शैक्षिक प्रोग्राम डीडी नेशनल, स्वैम प्रभा और ई विद्या चैनलों साथ-साथ आकाशवाणी जालंधर और आम तौर पर देखने सुनने को मिलते हैं। उनके इन प्रोग्रामों में जहां उनकी मेहनत और लगन की झलक देखने को मिलती है। वहीं बहुसंख्यक विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल बनाने का जज्बा भी उनकी शख्सियत को चार चांद लगाता है। दिन रात मेहनत करके उनके द्वारा आनलाइन शिक्षा के संबंध में हर तरह के साधन का इस्तेमाल बखूबी किया। अपने इन प्रयासों से वह पंजाब के अध्यापकों के लिए प्रेरणा स्त्रोत भी बने। उनके इन प्रयासों से शिक्षा सचिव पंजाब कृष्ण कुमार द्वारा उनको प्रशंसा पत्र भी प्राप्त हुए हैं। कला और ज्ञान का एक बेहतरीन सुमेल जिस द्वारा उपरोक्त अध्यापिका ने सीखने-सिखाने के मायने ही बदल दिए हैं। जिसके फलस्वरूप विद्यार्थी कठिन प्रश्नों को भी सहज ही समझ लेते हैं।