रूपनगर में सरकार के स्कूल बंद के फरमान का विरोध
कोरोना के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने जो स्कूल बंद का फैसला लिया है उसका विरोध शुरू हो गया है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : कोरोना के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने जो स्कूल बंद का फैसला लिया है उसका विरोध शुरू हो गया है। स्कूल शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि जब बाजार व अन्य संस्थान खुले हैं तो स्कूलों को बंद करना कहां का इंसाफ है।
शनिवार को सेंट कार्मल स्कूल कटली के समक्ष बच्चों के अभिभावकों ने स्कूलों को बंद करने के सरकारी फैसले का विरोध किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर अर्षप्रीत कौर सहित कमलदीप कौर, सर्बजीत कौर, जसविदर कौर, प्रभजोत, हरजीत कौर, जसप्रीत कौर आदि ने कहा कि सभी बाजार, माल, होटल, दफ्तर व अन्य संस्थान अगर खुल सकते हैं तो स्कूलों को क्यों बंद किया गया है। उन्होंने सरकार के इस फैसले को बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते पिछला पूरा साल तो खराब हुआ है लेकिन इस साल को सरकार के इस फैसले से खराब होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि घरों में रहने के कारण बच्चों का मानसिक व बौद्धिक विकास रुक गया है जबकि बच्चों का मनोबल भी कमजोर होता जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि स्कूलों को बंद करने के बजाय ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे स्कूलों को कोरोना के दायरे से मुक्त रखा जाना संभव हो सके।
इन स्कूलों ने जताया विरोध
शिवालिक व्यू पब्लिक स्कूल आनंदपुर साहिब सहित साहिबजादा अजीत सिंह एकेडमी रूपनगर, हिमालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मुजाफत, जीनियस स्कूल रूपनगर, सेंट फरीद वर्ल्ड स्कूल रूपनगर, संत करम सिंह एकेडमी, सतलुज पब्लिक स्कूल रूपनगर, संत करम सिंह एकेडमी, ग्रीनवेज स्कूल रूड़की हीरां, पुरी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल आजमपुर, नूरपुरबेदी, पंजाब नेशनल पब्लिक स्कूल बहरामपुर जिमीदारा, संत बाबा प्यारा सिंह पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल चमकौर साहिब, गुरु गोबिद सिंह पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल चमकौर साहिब, एजिल्स वर्ल्ड स्कूल मोरिडा, इरविग्स पार्क स्मार्ट स्कूल मोरिडा, जीसस स्कूल मोरिडा, पंजाब इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, मधुवन वाटिका असमानपुर, गुरदेव सिंह कंग मेमोरियल रूरल इंस्टीट्यूट फार करियर कोर्सिज बस्सी गुजरां, गार्डन वैली स्कूल तथा शहीद भगत सिंह पब्लिक हाई स्कूल बेला आदि में काम करने वाले बसों के तमाम स्टाफ मेंबरों सहित दर्जा चार कर्मियों ने भी कोरोना संकट की आड़ में स्कूलों के बंद करने के सरकारी फैसले को गलत बताया। इसके बाद इन स्कूलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरबख्श सिंह के नेतृत्व में डीसी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन भी सौंपा।