टी¨चग-लर्निग प्रक्रिया पर करवाया साप्ताहिक प्रोग्राम
रयात ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन्स में साप्ताहिक टी¨चग-लर्निंग प्रक्रिया पर फेक्लटी डिवलेपमेंट प्रोग्राम करवाया गया। रयात इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग व सूचना तकनीक की पहलकदमी के चलते इस प्रोग्राम में फेक्लटी को शिक्षा नए तरीके के साथ सिखाने की योजना दर्शाई गई थी। प्रोग्राम का उद्घाटन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. एसके दास द्वारा किया गया।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : रयात ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन्स में साप्ताहिक टी¨चग-लर्निंग प्रक्रिया पर फेक्लटी डिवलेपमेंट प्रोग्राम करवाया गया। रयात इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग व सूचना तकनीक की पहलकदमी के चलते इस प्रोग्राम में फेक्लटी को शिक्षा नए तरीके के साथ सिखाने की योजना दर्शाई गई थी। प्रोग्राम का उद्घाटन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. एसके दास द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि अध्यापक देश के लिए रोल मॉडल हैं और यह पेशा सबसे उच्च कोटि का है। क्योंकि इसमें समाज को कुछ वापस न देने के काफी अवसर प्राप्त होते हैं। नई तकनीकों व चुनौतियों को उठाने का प्रयास करो, अपने लक्ष्यों को ऊंचा रखें, उन्हें पूरा करो व धन, शक्ति व प्रसिद्धि आपकी पैरवाई करेगी। एक अध्यापक न केवल पाठ्यक्रम को शिक्षा देता है बल्कि आने वाली पीढि़यों को नैतिकता भी सिखाता है।
इस दौरान डायरेक्टर इंजीनिय¨रग कॉलेज डॉ. हरीश कुंदरा ने मेहमानों का आभार जताते कहा कि अध्यापकों को लगातार सीखते रहना चाहिए। इससे अध्यापकों के प्रशिक्षण के हुनरों को उत्साहित करती है। इस मौके फेक्लटी प्रोग्राम के डिवलेपमेंट को-ऑर्डिनेटर ने मैनेजमेंट का आभार जताते कहा कि उन्होंने ऐसा प्रोग्राम करवाने का अवसर दिया। इस मौके मन¨वदर ¨सह, हरमीत ¨सह, अमनदीप ¨सह, पूनम भाटिया, रेखा शर्मा उपस्थित थे।
काबलियत व हुनर बढ़ाने का तरीका एफडीपी
इस दौरान कैंपस डायरेक्टर डॉ. सुरेश सेठ ने कहा कि आज का समाज एक अध्यापक से अच्छा व उच्च शिक्षा की मांग करता है। एफडीपी एक ऐसा तरीका है जिससे अध्यापक अपनी काबलियत व हुनर को और भी बढ़ा सकता है। उनका ग्रुप इन सारी गतिविधियों को करवाने के लिए वचनबद्ध है व सदैव ही इस मार्ग में पहलकदमी करता है।