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पुलवामा शहीद कुलविंदर के नाम पर बनेगी रौली की सड़क

जम्मू कश्मीर के पुलवामा बस हमले में शहीद हुए नूरपुरबेदी के गांव रौली के शहीद कुलविदर सिंह के नाम पर बनने वाली सड़क को मंजूरी मिल गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2020 03:57 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 06:12 AM (IST)
पुलवामा शहीद कुलविंदर के नाम पर बनेगी रौली की सड़क
पुलवामा शहीद कुलविंदर के नाम पर बनेगी रौली की सड़क

जागरण संवाददाता, रूपनगर :

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जम्मू कश्मीर के पुलवामा बस हमले में शहीद हुए नूरपुरबेदी के गांव रौली के शहीद कुलविदर सिंह के नाम पर बनने वाली सड़क को मंजूरी मिल गई है। जल्द ही इस सड़क का निर्माण का काम भी शुरू करवाया जा रहा है। ये बात पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान एवं रूपनगर विधानसभा हलके के इंचार्ज बरिदर सिंह ढिल्लों ने कही। ढिल्लों ने कहा कि शहीद कुलविदर सिंह की ओर देश की खातिर दी गई शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। आने वाली पीढि़यों को भी शहीद कुलविदर सिंह की शहादत पर मान रहेगा।

उन्होंने कहा कि इस शहादत के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की ओर से शहीद के परिवार और गांववासियों की मांग पर गांल रैली से श्री आनंदपुर साहिब सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है। इस सड़क का नाम शहीद कुलविदर सिंह के नाम पर रखा जाएगा। दो किलोमीटर बनने वाली इस सड़क पर 1,69,45000 रुपये की लागत आएगी। ढिल्लों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपना किया हुआ वादा पूरा करते हुए इस सड़क के काम के लिए विभागीय मंजूरी दिला दी है और बहुत जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शहीद कुलविदर सिंह की याद को अमर रखने के लिए सरकार द्वारा पहले स्कूल का नाम शहीद के नाम पर रखा गया है, जबकि अब सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा गया है। जिसके साथ आने वाली पीढि़यां भी हमेशा शहीद कुलविदर सिंह को याद रखेंगी।

उन्होंने कहा कि शहीद कुलविदर सिंह की शहादत पर उनके परिवार समेत सारे इलाके को पड़े बड़े घाटे को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा। लेकिन उनकी कोशिश रहेगी कि ऐसे कार्यों से शहीद की याद ताजा रखी जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह भी देश की फौज में सेवाएं निभा चुके हैं और वह देश के शहीदों का सम्मान करने के लिए कभी पीछे नहीं रह सकते।

इस मौके पर गांव रौली के सरपंच गुरविदर सिंह और गांव माजरा के लाडी सैनीमाजरा मौजूद थे और दोनों ने इलाके की इस बड़ी मांग को पूरा करने के लिए बरिदर सिंह ढिल्लों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इलाका हमेशा ही बरिदर ढिल्लों का ऋणी रहेगा, जिन्होंने शहीद की शहादत को याद रखने के लिए ये काम सरकार से पास करवाया है।


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