ईटीटी यूनियन ने की शारीरिक शिक्षा अध्यापकों की रैली में शिरकत करने का एलान
ईटीटी यूनियन ने शारीरिक शिक्षा अध्यापक एसोसिएशन द्वारा आरंभ किए गए संघर्ष की हिमायत संबंधी चर्चा करने के लिए बैठक की। बैठक में उपस्थित हुए ईटीटी यूनियन के प्रांतीय महासचिव हरजीत सैनी व जिलाध्यक्ष कर्मजीत बैंस ने कहा कि मौजूदा पंजाब सरकार ने शारीरिक शिक्षा व खेल विषय को अनदेखा करके प्रदेश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की ठान ली है।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : ईटीटी यूनियन ने शारीरिक शिक्षा अध्यापक एसोसिएशन द्वारा आरंभ किए गए संघर्ष की हिमायत संबंधी चर्चा करने के लिए बैठक की। बैठक में उपस्थित हुए ईटीटी यूनियन के प्रांतीय महासचिव हरजीत सैनी व जिलाध्यक्ष कर्मजीत बैंस ने कहा कि मौजूदा पंजाब सरकार ने शारीरिक शिक्षा व खेल विषय को अनदेखा करके प्रदेश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की ठान ली है।
उन्होंने कहा कि बीती सरकारों द्वारा यहां इस विषय की अहमियत को देखते हुए 6 वीं कक्षा से लाजमी तौर पर लागू किया हुआ था। वहीं मौजूदा सरकार जो अच्छी शिक्षा देने का ढिढोरा पीट रही है, द्वारा इसे आप्शनल करार देने के साथ-साथ इस विषय को पढ़ाने और खिलाने वालों को डाइंग केडर में डाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार मिडल स्कूलों से इस विषय का उजाड़ा करके प्राइमरी स्कूलों में केवल 2 हजार शारीरिक शिक्षा अध्यापकों के पद भरने का ड्रामा कर रही है। उन्होंने कहा कि उक्त अध्यापक प्राइमरी व हाई स्कूल दोनों में ही सेवा निभाएंगे, जो बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में इस विषय को प्राइमरी से यूनिवर्सिटी स्तर पर लाजमी करने की जरूरत है। जिससे युवाओं को नशों से बचाकर खेलों के प्रति उत्साहित किया जा सके। उन्होंने स्पष्ट एलान किया कि ईटीटी यूनियन मोरिडा में 8 दिसंबर को शारीरिक शिक्षा अध्यापक एसोसिएशन द्वारा की जा रही रैली में भारी शिरकत करेगी। इस मौके पर गुरप्रीत, अमरजीत सैनी, परमजीत सैनी, सुरिदर भटनागर, दलीप भूरड़े, प्रवीन गोतम व गुरिदर सिंह लाडल उपस्थित थे।