स्कूलों को ढाबा कहने पर शिक्षामंत्री की ¨नदा
शिक्षामंत्री पंजाब ओपी सोनी द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों को ढाबा कहे जाने की मास्टर केडर यूनियन की ओर से कड़े शब्दों में ¨नदा की गई है। इस मौके प्रदेश प्रधान बलदेव ¨सह बुट्टर और प्रदेश महासचिव वा¨शगटन ¨सह समीरोवाल ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूल पहले ही हजारों समस्याओं के साथ जूझ रहे हैं। इसके बावजूद मेहनती अध्यापक प्रयासों के साथ स्कूलों को बढि़या बनाने में लगे हुए हैं। लेकिन ऊपर से मंत्री और शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार अध्यापकों को जलील करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने सरकारी स्कूलों के शानदार इतिहास पर प्रकाश डालते बताया कि सरकारी स्कूलों ने ही आइएएस, पीसीएस और आइपीएस अधिकारी पैदा किए हैं। यदि सरकारी स्कूलों की हालत बुरी हुई है तो इसके लिए समय की सरकारें जिम्मेदार हैं।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : शिक्षामंत्री पंजाब ओपी सोनी द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों को ढाबा कहे जाने की मास्टर केडर यूनियन की ओर से कड़े शब्दों में ¨नदा की गई है। इस मौके प्रदेश प्रधान बलदेव ¨सह बुट्टर और प्रदेश महासचिव वा¨शगटन ¨सह समीरोवाल ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूल पहले ही हजारों समस्याओं के साथ जूझ रहे हैं। इसके बावजूद मेहनती अध्यापक प्रयासों के साथ स्कूलों को बढि़या बनाने में लगे हुए हैं। लेकिन ऊपर से मंत्री और शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार अध्यापकों को जलील करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने सरकारी स्कूलों के शानदार इतिहास पर प्रकाश डालते बताया कि सरकारी स्कूलों ने ही आइएएस, पीसीएस और आइपीएस अधिकारी पैदा किए हैं। यदि सरकारी स्कूलों की हालत बुरी हुई है तो इसके लिए समय की सरकारें जिम्मेदार हैं। जब पूरा वर्ष छात्रों को किताबें ही नहीं मिलेंगी, समय पर वजीफा नहीं मिलेगा, हजारों पद खाली रहेंगे, विधायकों के वेतन में तीन गुणा विस्तार करने और भविश्य के निर्माता का वेतन 42,000 से 15,000 करना, खस्ताहालत इमारतें, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं होगा, अध्यापकों को पूरा वर्ष पढ़ाने की बजाय अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में व्यस्त रखना तो माता-पिता और छात्र इन सरकारी स्कूलों से दूर होने के लिए मजबूर होंगे और सरकार अपने चहेते के निजी स्कूल जोकि मंत्री साहिब की नजर में फाइव स्टार होटल से कम नहीं हैं को उन्नत करते हुए गरीब लोगों के बच्चों से सीखने का अधिकार छीनकर उन्हें मजदूरी करने के लिए मजबूर करेगी।
सोचकर बोलने की दी चेतावनी
यूनियन नेताओं ने चेतावनी देते कहा कि यदि भविष्य में किसी भी मंत्री, अन्य उच्चाधिकारी कोई व्यक्ति विशेष यदि उन्होंने अध्यापकों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया तो जत्थेबंदी उनका घर से बाहर निकलना बंद कर देगी और ऐसे व्यक्ति जहां भी नजर आएंगे उनका वहीं घेराव किया जाएगा।