रूपनगर वेटलैंड मेहमान परिदों से चहचहा रहा
रूपनगर सतलुज दरिया में इंटरनेशनल वेटलैंड रामसर साइट में प्रवासी परिंदे आना शुरू हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : रूपनगर सतलुज दरिया में इंटरनेशनल वेटलैंड रामसर साइट में प्रवासी पक्षी आना शुरू हो गए हैं। रूपनगर इंटरनेशनल वेटलेंड में सैकड़ों की संख्या में पक्षी आ रहे हैं। यहां कुछ पक्षी प्रवास कर रहे हैं और बाकी आगे की जलगाहों के लिए कूच कर रहे हैं। रूपनगर वेटलैंड रामसर साइट पक्षियों की प्रिय शरणस्थली है। यहां सर्दियों में पक्षी रहते हैं और प्रजनन करते हैं। रूपनगर वेटलैंड में सबसे पहले रुड़ी शेलडक पहुंचते हैं। इन्हें सुरखाब कहा जाता है।
ये पक्षी पहुंच गए हैं वेटलैंड में
रूपनगर वेटलैंड में बार हेडिड गीज, ग्रे लैग गीज, रुड़ी शेलडक, कूट्स, नार्दन शावलर, गेडवाल, ग्रेट कारमोंट, मिलार्ड अच्छी संख्या में पहुंच चुके हैं, जबकि ग्रेड क्रेस्टेड ग्रेब, लीटल ग्रेब, कामन पोचर्ड, रेड क्रेस्टड पोचर्ड भी रूपनगर वेटलैंड में हर साल पहुंचते हैं, लेकिन ये पक्षी अभी नहीं आए हैं।
पिछले साल रूपनगर वेटलैंड में आए थे 2200 से ज्यादा मेहमान परिदे
रूपनगर के पक्षी प्रेमी मास्टर जसप्रीत सिंह चड्ढा ने बताया कि दो हजार से ज्यादा प्रवासी पक्षियों को अभी तक रूपनगर वेटलैंड में देखा जा चुका है। पिछले साल जनवरी माह में वाइल्ड लाइफ विभाग की अगुआई में चंडीगढ़ बर्ड क्लब, जागृति संस्था समेत अन्य संस्थाओं के सहयोग से सर्वे करवाया गया था, जिसमें 2200 से ज्यादा पक्षी की गिनती की गई थी। इनमें सबसे ज्यादा रुड़ी शेलडक 795, रेड क्रेस्टड पोचर्ड 631, बार हेडिड गीज 598 देखे गए थे। इस साल भी रूपनगर वेटलैंड प्रवासी परिंदों की चहचहाहटों से भर गया और लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। हर रोज नए किस्म के प्रवासी परिंदे वेटलैंड पर देखे जा रहे हैं।