चाइना डोर तक नहीं पहुंची प्रशासन की नजर
तलवार की धार वाली चाइना डोर की बिक्री को रोकने के लिए प्रशासन सक्रिय दिखाई दे रहा है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : तलवार की धार वाली चाइना डोर की बिक्री को रोकने के लिए प्रशासन सक्रिय दिखाई दे रहा है। दैनिक जागरण की ओर से चाइना डोर को लेकर राज्य भर में अभियान चलाया जा रहा है ताकि इस घातक डोर से बेशकीमती जानें जाया न जाएं। प्रशासन की हिदायतों पर नगर कौंसिल की टीम ने कार्यसाधक अधिकारी भजन चंद की अगुआई में शहर में पतंगों की दुकानों पर जाकर चेकिग की, लेकिन कहीं चाइना डोर नहीं मिली। उनके साथ इंसपेक्टर भावना सेतिया समेत क्लर्क ओम प्रकाश, नवतेज सिंह तेजी व थाना सिटी के मुलाजिम शामिल थे।
नगर कौंसिल के कार्यसाधक अधिकारी भजन चंद सोमवार को एसडीएम रूपनगर हरजोत कौर की हिदायत पर कौंसिल की टीम व पुलिस को साथ लेकर चेकिग के लिए निकले। सबसे पहले खुद अकेले ही पतंग की दुकानों पर गए, लेकिन उन्हें दुकानदारों ने चाइना डोर की बिक्री को लेकर पल्ला झाड़ दिया। ईओ ने बताया कि उन्होंने दुकान पर जाकर पहले पतंग मागे फिर प्लास्टिक डोर की मांग की लेकिन दुकानदारों ने उन्हें प्लास्टिक डोर की बिक्री न करने की बात कही। इसके बाद कार्यसाधक अधिकारी ने बाद में पुलिस को साथ लेकर भी दुकानों पर जांच की पर किसी दुकान पर चाइना डोर नहीं मिली। ईओ ने बताया कि पप्पी पतंग स्टोर, गुच्छू पतंग स्टोर, सन्नी पतंग स्टोर, गुरविंदर पतंग स्टोर और अन्य पतंग बेचने वाली दुकानों पर चेकिग की गई। चेकिग के समय किसी भी दुकान पर संथेंटिक प्लास्टिक डोर नहीं मिली। उन्होंने दुकानदारों को चाइना डोर के कारण होने वाले हादसों के बारे में बताया। इसके अतिरिक्त जिला मैजिस्ट्रेट के आदेश चाइना डोर बेचने, स्टोर करने व इसके इस्तेमाल करने पर मुकम्मल पाबंदी के बारे में अवगत करवाया। जागरण उठा चुका है पहले भी मुद्दा
अहम बात यह है कि कौंसिल की टीम को चाइना डोर दुकानों पर नहीं मिली। दैनिक जागरण की ओर से पहले ही यह मुद्दा उठाया जा चुका है कि चाइना डोर पतंगों की दुकानों की बजाय चौकों, मोहल्लों और अन्य दुकानों से बिक्री हो रही है। ये भी पता चला है कि अब चाइना डोर की होम डिलीवरी तक शुरू हो गई है। आप फोन पर ऑर्डर दो और आपके पास घर पर ही चाइना डोर का गट्टू पहुंच जाएगा। प्रशासन के लिए चाइना डोर की बिक्री बंद करना आसान काम नहीं है। पुलिस मुखबर की क्यों नहीं ले रही सहायता
शहर में इस समय चाइना डोर इतनी चतुराई से बिक्री हो रही है कि प्रशासन व पुलिस के लिए इसे पकड़ना आसान नहीं है। पुलिस को अपने खुफिया तंत्र (मुखबर खास) को इसके लिए सक्रिय किए बिना सफलता मिलनी संभव नहीं है। यही नहीं चाइना डोर तो अब गली गली बच्चों के हाथ में देखी जा सकती है। क्या पुलिस इसकी सप्लाई देने वाले लोगों और ट्रेन में आने वाली डोर की सप्लाई को रेकी करके नहीं पकड़ सकती।