श्री नयना देवी में चार दिवसीय नववर्ष मेला शुरू, कड़ाके की ठंड में भक्त मां का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे
उत्तर भारत के विख्यात तीर्थस्थल श्री नयना देवी जी में चार दिवसीय नववर्ष मेले में बुधवार को दूसरे दिन माता के भक्तों ने दरबार में नतमस्तक मां का आशीर्वाद प्राप्त किया।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब : उत्तर भारत के विख्यात तीर्थस्थल श्री नयना देवी जी में चार दिवसीय नववर्ष मेले में बुधवार को दूसरे दिन माता के भक्तों ने दरबार में नतमस्तक मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। हर वर्ष हजारों की संख्या में भक्त मां के चरणों में नतमस्तक होने पहुंचते हैं। मंदिर प्रशासन नगर परिषद प्रशासन व जिला प्रशासन ने अपना अपना जिम्मा संभाल लिया है।
मेले के दौरान छोटी गाड़ियों को समयानुसार व भीड़ को देखते हुए मंदिर गुफा तक भेजा जाएगा। गुफा के पास और नगर परिषद के ठेकेदारों को पार्किंग के लिए निर्धारित फीस का डिस्प्ले लगाने के आदेश दिए हैं। बड़े वाहनों को घ्वांडल चौंक पर या कोलां वाला टोबा में रोका जा रहा। वर्ष में लगने वाले इस महाकुंभ में भक्तों की श्रद्धा देखते ही बनती है। 2020 की विदाई व 2021 का आगाज यहां श्रद्धालु माता के दर्शनों के साथ आरंभ करते हैं। 31 दिसंबर की शाम से यहां श्रद्धालुओं आ जमावड़ा हो जाता है। एक जनवरी शाम तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करते हैं।
मंदिर में 50 अस्थायी कर्मचारी किए नियुक्त
मेला अधिकारी हुस्न चंद चौधरी ने बताया कि न्यास मंदिर में 50 अस्थायी कर्मचारी नियुक्त किए हैं। 15 कर्मचारी नगर परिषद को दिए हैं। हर कर्मचारी को यात्रियों की श्रद्धा व भावना का ध्यान रखना एवं हर सुविधा प्रदान करने को कहा गया है। कोताही बरतने पर कर्मचारी पर तुरंत कार्रवाई होगी। यात्रियों को एलईडी के माध्यम से सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी।
15 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी रखे गए
नगर प्रशासन के कनिष्ठ अभियंता संजीव कुमार ने कहा कि नगर में सफाई व्यवस्था के लिए इस बार भी 15 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी रखे गए हैं जो सिमय समय पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करेंगे। परिषद ने जगह जगह डस्टबिन लगा दिए हैं। उन्होंने दुकानदार को आगाह किया है कि वो अपनी दुकानें रास्तों पर ने पसारे अन्यथा सख्त कार्रवाई की जा रही।
मास्क लगाना जरूरी..
जो भी माता के दरबार में नतमस्तक होने के लिए भक्त आ रहा है, उसे मास्क लगाना अनिवार्य है। बिना मास्क मंदिर में प्रवेश नहीं होने दिया जाएगा।
पैकिग भोजन की व्यवस्था की गई है
करुणा के प्रकोप के चलते माता के दरबार में आने वाले भक्तों की लिए इस बार कहीं भी खुले में भोजन की व्यवस्था नहीं गई गई व उनको पैकिग भोजन मुहैया करवाया जा रहा है।