अवैध खनन की शिकायत करने वाले पर ही दर्ज किया केस
सीबीआइ को सौंपने के बाद पुलिस और खनन विभाग ने हरकत में आते हुए स्टोन क्रशर मालकों के खिलाफ धड़ाधड़ मामले दर्ज करने शुरू कर दिए हैं।
संवाद सूत्र, घनौली : बचित्तर सिंह जटाना द्वारा पंजाब और हाईकोर्ट में दर्ज केस की जांच अदालत द्वारा सीबीआइ को सौंपने के बाद पुलिस और खनन विभाग ने हरकत में आते हुए स्टोन क्रशर मालकों के खिलाफ धड़ाधड़ मामले दर्ज करने शुरू कर दिए हैं। जबकि खनन ठेकेदारों के कारिदे सड़कों और नदियों के किनारे बैठने की बजाए स्टोन क्रशरों पर बैठने लग पड़े हैं। पुलिस द्वारा जो पर्चे दर्ज किए जा रहे हैं। उनकी जांच पड़ताल करने से लग रहा है कि मामले दर्ज करने की कार्रवाई जमीनी हकीकत को दरकिनारे करके की जा रही है। जब पुलिस द्वारा दर्ज किए हुए पर्चों के संबंध में संबंधित स्टोन क्रशरों पर जाकर मौका देखा गया। तो गुरअंश स्टोन क्रशर के आस पास घास उगी हुई थी।
क्रशर को खड़ी मशीनरी को भी जंग लगा हुआ था। इसी तरह पुलिस द्वारा हाईकोर्ट में पटीशन करने वाले व्यक्ति बचित्तर सिंह जटाना के खिलाफ भी धारा 379 और माइनज एंड मिनरल एक्ट 1957 की अलग अलग धाराओं अधीन खनन चोरी का मामला नंबर 132 दर्ज किया गया है। बचित्तर सिंह जटाना ने बताया कि उसके पास इस समय न तो कोई जेसीबी मशीन है और न ही कोई टिप्पर या स्टोन क्रशर है। लेकिन पुलिस ने फिर भी उस पर केस दर्ज कर दिया है। उसे डराने के लिए उसके खिलाफ झूठा केस दर्ज किया गया है। जब खनन ठेकेदारों के कारिदे अपनी, गड्ढो में बैठने की जगह अब भी स्टोन क्रशरों पर जा कर बैठ गए हैं। उनके खिलाफ किसी भी विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। वह किसी तरह भी दबाव में नहीं आएंगे और खनन ठेकेदारों की धक्केशाही के खिलाफ केस लड़ कर अदालत से इंसाफ प्राप्त करके ही सांस लेंगे। पुलिस ने जटाना के खिलाफ गलत मामला दर्ज किया
खनन अफसर सिमरजोत सिंह ने कहा कि उनके द्वारा पुलिस को दरखास्त दी गई थी। उसके अनुसार बचित्तर सिंह जटाणा शिकयतकर्ता थे और जटाणा ने खनन चोकी की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गलती से जटाणा के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है। क्लैरिकल सिस्टेक होई : एसएचओ हरकीरत सिंह
थाना सदर कीरतपुर साहिब के एसएचओ हरीकरत सिंह ने कहा कि मामला दर्ज करने समय क्लैरियल सिस्टेक हो गई थी। जिसको दरुस्त कर दिया गया है।