थर्मल प्लांट रूपनगर के यूनिट फुल स्पीड पर, सरकारी बिजली उत्पादन ने प्राइवेट उत्पादन को पछाड़ा
संवाद सूत्र घनौली बिजली की मांग बढ़ने उपरांत पंजाब सरकार ने सरकारी थर्मल प्लांटों और पन बिजली घरों के यूनिटों को अधिक से अधिक रफ्तार पर चला कर बिजली पैदा करनी शुरू कर दी है।
संवाद सूत्र, घनौली: बिजली की मांग बढ़ने उपरांत पंजाब सरकार ने सरकारी थर्मल प्लांटों और पन बिजली घरों के यूनिटों को अधिक से अधिक रफ्तार पर चला कर बिजली पैदा करनी शुरू कर दी है। थर्मल प्लांट रूपनगर के प्रबंधकों ने तकनीकी खराबी दूर करके बंद पड़ा पांच नंबर यूनिट भी आज चालू कर दिया है। आज थर्मल प्लांट रूपनगर के 840 मेगावाट बिजली उत्पादन सामर्थ्य वाले चारों यूनिटों ने 703 मेगावाट बिजली और गुरु हरगोबिद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत ने 207 मेगावाट बिजली पैदा की। रणजीत सागर डैम के प्रबंधकों की तरफ से पन बिजली घर के एक नंबर यूनिट को भी चालू कर दिया है। इस डैम के यूनिट नंबर 1 के द्वारा 121 और यूनिट नंबर 2 के द्वारा 120 मेगावाट बिजली पैदा की गई। यूबीडीसी हाइडल प्रोजेक्ट का उत्पादन ठप रहा, मुकेरियां हाइडल प्रोजेक्ट की तरफ से 9 मेगावाट, शानन की तरफ से 89 मेगावाट, आनंदपुर साहिब हाइडल चैनल एक की तरफ से 18 और आनंदपुर साहिब हाइडल चैनल दो की तरफ से 17 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया। राजपुरा के प्राइवेट थर्मल प्लांट के दोनों यूनिटों की तरफ से 1341, तलवंडी साबो के तीनों यूनिटों द्वारा 1761 और गोइंदवाल साहिब के दो नंबर यूनिट द्वारा 228 मेगावाट बिजली पैदा की गई। थर्मल प्लांट रूपनगर के अधिकारियों अनुसार थर्मल प्लांट के कोयला भंडार में कोयला तो पांच दिनों का मौजूद है, लेकिन अंबूजा मार्ग पर स्थानीय लोगों की तरफ से पिछले कई दिनों से किए जा रहे रोष प्रदर्शन कारण अंबूजा और एसीसी सीमेंट कंपनियों को सीमेंट और कलिकर की ढुलाई करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जिस कारण कंपनी ने राख की मांग काफी घटा दी है। वहीं, सीमेंट कंपनी के अधिकारियों अनुसार ट्रांसपोर्टेशन की समस्या के कारण सीमेंट का उत्पादन 50 फीसदी के करीब कम हो चुका है। इसलिए अगर सीमेंट फैक्ट्री ने थर्मल प्लांट रूपनगर से राख लेने की मात्रा न बढ़ाई तो यूनिटों की ईएसपी में राख जमा होने के कारण जल्द ही थर्मल प्लांट के यूनिट बंद करने की नौबत आ सकती है।