सीटीयू में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगे 13 लाख
16 व्यक्तियों को चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे साढ़े 13 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। थाना नूरपुरबेदी के अंतर्गत पड़ती चौकी हरिपुर की पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों तहत मामला दर्ज किया है।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : 16 व्यक्तियों को चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे साढ़े 13 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। थाना नूरपुरबेदी के अंतर्गत पड़ती चौकी हरिपुर की पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला जिला पुलिस प्रमुख रूपनगर द्वारा डीएसपी (इआरएस) को सौंपी जांच के मुकम्मल होने के उपरांत दर्ज किया गया है।
एसएसपी को दी शिकायत में ब्लाक के गांव अबियाणा खुर्द के व्यक्ति प्रताप सिंह ने बताया कि वह निर्मल सिंह पुत्र भाग सिंह निवासी गांव रतनपुरा डाकघर घनौली जिला रूपनगर को करीब पांच वर्षों से जानता है। इस व्यक्ति द्वारा उसे बार-बार कहा जाता था कि उसकी उच्च अधिकारियों और विभाग के अफसरों से अच्छी जान पहचान है। अगर कोई सीटीयू अथवा किसी अन्य विभाग में नौकरी लगने का चाहवान हो तो उसे बताए। उसने बताया कि वह उक्त व्यक्ति के झांसे में आ गया और जिसके बाद उसने अपने रिश्तेदारों के लड़कों और दोस्तों की बेरोजगारी को मुख्य रखते हुए उनसे इस संबंधी बात की। उसके रिश्तेदारों व दोस्तों जिनकी संख्या करीब 16 है, ने उस पर विश्वास करते हुए साढ़े 13 लाख रुपये की राशि दी और जो उसने निर्मल सिंह व उसके पिता भाग सिंह को दे दी। उसने बताया कि उक्त व्यक्तियों द्वारा एक लाख रुपये प्रति व्यक्ति नौकरी लगवाने की मांग की गई थी। मगर अभी तक 16 व्यक्तियों में से एक को भी नौकरी हासिल नहीं हुई है। अब उक्त व्यक्ति बीते तीन वर्षों से नौकरी दिलाने संबंधी झूठे आश्वासन दे रहा है और उसका फोन भी नहीं उठा रहा है। जब वह उसके घर जाता है तो वह घर पर नहीं मिलता है। उसके पिता इस संबंधी कुछ बता नहीं रहे हैं। उसको पैसे देने वाले उसे परेशान कर रहे हैं। जिला पुलिस प्रमुख रूपनगर अखिल चौधरी क आदेशों पर डीएसपी (इआरएस) ने गवाहों के बयानों पर की गई जांच में पाया कि निर्मल सिंह ने शिकायतकर्ता प्रताप सिंह के रिश्तेदारों और दोस्तों से सीटीयू में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी मारी है और जिसने नौकरी के बदले में उससे साढ़े 9 लाख रुपये नकद लेने संबंधी भी अपने बयानों में कबूल किया है। मगर निर्मल सिंह के पिता भाग सिंह की जांच दौरान पैसे लेने संबंधी कोई बात सामने नहीं आई है और न ही शिकायतकर्ता द्वारा उसके खिलाफ कोई सबूत अथवा गवाह ही पेश किए गए। जिला अटार्नी (लीगल) रूपनगर की राय हासिल करने के उपरांत स्थानीय पुलिस ने आरोपी निर्मल सिंह पुत्र भाग सिंह, निवासी गांव रतनपुरा, डाकघर घनौली, जिला रूपनगर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।