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रूपनगर रेलवे स्टेशन परिसर से किसानों ने उठाया धरना, बोले-पंद्रह दिन में नहीं हुआ हल तो दोबारा रोकेंगे रेलगाड़ियां

रूपनगर रेलवे स्टेशन के परिसर में धरने पर बैठे किसानों ने धरना अस्थायी तौर पर उठा लिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 12:53 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 12:53 AM (IST)
रूपनगर रेलवे स्टेशन परिसर से किसानों ने उठाया धरना, बोले-पंद्रह दिन में नहीं हुआ हल तो दोबारा रोकेंगे रेलगाड़ियां
रूपनगर रेलवे स्टेशन परिसर से किसानों ने उठाया धरना, बोले-पंद्रह दिन में नहीं हुआ हल तो दोबारा रोकेंगे रेलगाड़ियां

जागरण संवाददाता, रूपनगर : रूपनगर रेलवे स्टेशन के परिसर में धरने पर बैठे किसानों ने धरना अस्थायी तौर पर उठा लिया है। किसान नेताओं मोहन सिंह धमाना, रूपिदर सिंह रूपा ने बताया कि फिलहाल अस्थायी तौर पर धरना उठा लिया है। ये धरना पंजाब सरकार की मांग के मद्देनजर हटाया गया है। पंजाब सरकार ने किसान संगठनों को अपील की थी कि खाद, यूरिया समेत अन्य जरूरी सामान के आवागमन के लिए मालगाड़ियों का चलना और लोगों के लंबे सफर के लिए यात्री गाड़ियों का चलना जरूरी है। किसानों ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने अगले पंद्रह दिन में किसानों की मांगों की तरफ गौर न किया तो दोबारा रेलगाड़ियों को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। और फिर किसानों का संघर्ष अनिश्चितकालीन होगा। बाईपास पर एकत्र होंगी ट्रैक्टर ट्रालियां

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किसान 25 और 26 नवंबर का दिल्ली कूच के कार्यक्रम में सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रालियां भाग लेंगी। रूपनगर बाईपास पर किसान ट्रैक्टर ट्रालियों में एकत्र होंगे। गुरमेल सिंह बाड़ा ने कहा कि किसानों को इसके लिए लामबंद कर लिया गया है। पांच ट्रैक्टर-ट्राली के पीछे एक ट्राली पीने के पानी की टंकी और एक ट्राली में राशन होगा। 25 नवंबर को किसान विभिन्न जिलों से फतेहगढ़ साहिब पहुंचेंगे और 26 नवंबर को दिल्ली कोच करेंगे। मजदूर तालमेल कमेटी ने गांव आगमपुर में निकाला झंडा मार्च

आनंदपुर साहिब : लोगों के बीच जागरूक करने के लिए मजदूर कर्मचारी तालमेल कमेटी आनंदपुर साहिब ने कच्चे कर्मचारी संघर्ष मोर्चा टीएसयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुरदयाल सिंह भंगला के नेतृत्व में गांव आगमपुर में विशाल झंडा मार्च निकाला। नेताओं ने बताया पंजाब सरकार खेती सुधार कानून के तहत लोगों को गुमराह कर रही थी और लगातार किसान विरोधी नीतियों का अनुसरण कर रही थी। इसके तहत खेती का कारोबार कारपोरेट घरानों को सौंपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब सरकारी संस्थान निजी हाथों में होंगे तो पंजाब के गरीब लोग जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित रह जाएंगे। नेताओं ने आनंदपुर साहिब लेबर कोआर्डिनेशन सेंटर द्वारा आनंदपुर साहिब में 26 नवंबर को होने वाले संघर्ष में शामिल होने के लिए लोगों से अपील की।


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