कोहरे से विजिबिलिटी सात मीटर, वाहनों की थमी रफ्तार
पिछले 5 दिनों से जिला घनी धुंध के साथ-साथ कोहरे व शीतलहर की चपेट में आया हुआ है जिसके कारण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। मौसम के इस मिजाज से लोग छुट्टियां होने के बावजूद घरों के भीतर दुबके रहने को मजबूर हैं। तापमान की अगर बात करें तो थर्मल प्लांट के कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज अधिकतम तापमान 12 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री रिकार्ड किया गया है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पिछले 5 दिनों से जिला घनी धुंध के साथ-साथ कोहरे व शीतलहर की चपेट में आया हुआ है जिसके कारण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। मौसम के इस मिजाज से लोग छुट्टियां होने के बावजूद घरों के भीतर दुबके रहने को मजबूर हैं। तापमान की अगर बात करें तो थर्मल प्लांट के कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज अधिकतम तापमान 12 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री रिकार्ड किया गया है।
घने कोहरे व धुंध से जिले के विभिन्न हिस्सों में विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। सोमवार को सुबह से लेकर दोपहर होने तक हाईवे पर विजिबिलिटी मात्र 5 से 7 मीटर दर्ज की गई जिसके चलते वाहनों की रफ्तार धीमी रही। मौसम विभाग की माने तो अगले 4-5 दिन ऐसा ही मौसम बना रहने की संभावना है। जिसके बाद 2 दिन बारिश होने के आसार है। शीतलहर के चलते काम वाले दिनों में भी वहीं लोग घरों से बाहर निकलते हैं जिन्हें ड्यूटी पर जाना होता है या फिर दुकान खोलनी होती है। बाबू लोग तो दफ्तरों में जाकर हीटर के आसपास बैठ अपना काम चला लेते हैं लेकिन बाजारों में भी दुकानदार खाली बैठे रहे हैं।
सड़कें खाली, बसों में भी सवारी कम
कोहरे व शीतलहर के चलते दिन भर ज्यादातर सड़कें खाली ही दिखाई देने लगी हैं। जो वाहन सड़कों पर चलते भी हैं वो सारे हैड लाइटों के सहारे रेंगकर चलते देखे जा सकते हैं जबकि बसों में सवारी भी बहुत कम हो गई है।
इस बारे में एक प्राइवेट बस के कंडक्टर हरजीत सिंह ने कहा कि ज्यादातर बसें ठेके पर हैं। बसों के मालिक कंडक्टरों से ठेका तो पूरा ले रहे हैं लेकिन सवारी न होने से कंडक्टरों को रोज नुकसान उठाना पड़ रहा हैं क्योंकि बसों में तेल की टंकी भरवाने की जिम्मेदारी कंडक्टर की होती है। इसी प्रकार रेल गाड़ियों में भी सवारी न के बराबर ही देखने को मिल रही है।
किसानों के लिए चिता का विषय बना कोहरा
पिछले सप्ताह 3 दिन हुई बारिश के कारण किसानों के चेहरे खिल उठे थे क्योंकि किसानों का मानना है कि 3 दिन हुई हल्की लेकिन पर्याप्त बारिश गेहूं की फसल के लिए वरदान है जबकि बारिश सब्जियों के लिए भी वरदान समझी जा रही थी, लेकिन उसके बाद लगातार पड़ने वाले कोहरे व धुंध ने किसानों की चिता को बढ़ाना शुरू कर दिया है। किसान सोहन सिंह धमाना, हरजीत सिंह गड़बागा, सुरजीत सिंह कोटला ने कहा कि कोहरा जिस हिसाब से पड़ रहा है उससे गेहूं की फसल के साथ-साथ आलू की फसल तथा सब्जियों को नुकसान हो सकता है। इस वक्त हल्की बारिश की ज्यादा जरूरत है। रात को सोने से पहले भाप लेना लाभदायक धुंध, कोहरे व शीत लहर को लेकर जब डाक्टर आरएस परमार से बात की तो उन्होंने बताया कि इस मौसम में वैसे तो हर किसी को अपना बचाव करना चाहिए लेकिन सबसे अधिक बुजुर्गों, सांस से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों, दिल से जुड़ी बीमारियों वालों, बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को एहतियात बरतने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलना है तो गर्म कपड़े डाल कर निकलें। हमेशा पीने के लिए गर्म पानी ही प्रयोग करें, हल्का लेकिन ताजा व गर्म भोजन करें तथा अगर कोई तकलीफ महसूस हो तो बिना देरी पास के अस्पताल या डाक्टर के पास जाकर चैक जरूर करवाएं। इन दिनों रात को सोने से पहले भाप लेना काफी लाभदायक है।