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2 अक्टूबर पास, स्वच्छता की नहीं आस

देश वासियों को स्वस्थ बनाने का सपना लेकर प्रधानमंत्री ने इस बार स्वच्छता ही सेवा मिशन का आगाज किया है जोकि दो अक्टूबर तक चलाया जाना है। लेकिन रूपनगर की नगर कौंसिल को शायद इस अभियान से कोई सरोकार नहीं है जबकि इस मामले में हर बुधवार व शनिवार को ज्ञानी जैल ¨सह नगर की विशाल पार्किग में लगने वाली अपनी मंडी के प्रबंधक भी नगर कौंसिल की तर्ज पर गंदगी को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 11:07 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 11:07 PM (IST)
2 अक्टूबर पास, स्वच्छता की नहीं आस
2 अक्टूबर पास, स्वच्छता की नहीं आस

अरूण कुमार पुरी, रूपनगर : देश वासियों को स्वस्थ बनाने का सपना लेकर प्रधानमंत्री ने इस बार स्वच्छता ही सेवा मिशन का आगाज किया है जोकि दो अक्टूबर तक चलाया जाना है। लेकिन रूपनगर की नगर कौंसिल को शायद इस अभियान से कोई सरोकार नहीं है जबकि इस मामले में हर बुधवार व शनिवार को ज्ञानी जैल ¨सह नगर की विशाल पार्किग में लगने वाली अपनी मंडी के प्रबंधक भी नगर कौंसिल की तर्ज पर गंदगी को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। शहर में यह चर्चाएं आम हैं कि हर साल की तरह इस बार भी स्वच्छता ही सेवा अभियान फोटो सेशन तक सीमित होकर रहने वाला दिखाई दे रहा है।

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गंदगी डस्टबिनों में कम, बाहर ज्यादा

हर वार्ड व मोहल्ले में कहीं न कहीं गंदगी का ढेर देखा जा सकता है। यही नहीं शहर के उन क्षेत्रों में भी गंदगी के ढेर लगे हैं जिनके आसपास बड़े बड़े अधिकारियों के बसेरे हैं। हम बात कर रहे हैं ज्ञानी जैल ¨सह नगर के साथ साथ वाल्मीकि गेट, बेला चौक, गौशाला रोड, रेलवे स्टेशन के आसपास, बस स्टेंड व उसके आसपास वाले क्षेत्रों की जहां नगर कौंसिल द्वारा बाकायदा डस्टबिन तो उपलब्ध करवाए गए हैं। लेकिन उनमें गंदगी से अधिक गंदगी डस्टबिन के आसपास फैली देखी जा सकती है।

मंडी फीस बावजूद नहीं उठाई जाती गंदगी

रूपनगर के ज्ञानी जैल ¨सह नगर की पार्किंग में हर सप्ताह दो दिन बुधवार व शनिवार को अपनी मंडी (किसान मंडी) लगती है जिसमें बड़ी संख्या में किसान फड़ी लगाते हुए सब्जी बेचते हैं जबकि दोनों दिन खरीद करने वालों की भीड़ भी बहुत रहती है। नियमों के अनुसार मंडी के खत्म होने के तुरंत बाद मंडी स्थल की सफाई होना जरूरी होता है जिसके लिए हर किसान से बाकायदा मंडी फीस भी ली जाती है। लेकिन इस नियम की कोई परवाह नहीं करता है। यही कारण है कि मंडी लगने के बाद कई बार तो दो-दो दिन मंडी में गली सड़ी सब्जियों व अन्य प्रकार की गंदगी के ढेर लगे रहते हैं।

लापरवाह अधिकारियों से होगी पूछताछ

नगर कौंसिल के अध्यक्ष परमजीत ¨सह माकड़ से जब बात की गई तो उन्होंने भी माना कि मंडी के समाप्त होने के तुरंत बाद सफाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सफाई सुनिश्चित बनाने के लिए जिम्मेवार अधिकारी व कर्मचारी से पूछताछ की जाएगी तथा भविष्य में ऐसा दोबारा न हो इसके लिए जनहित में हिदायतें जारी की जाएंगी।


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