मैरिज पैलेस के अवैध निर्माण पर रोष, कौंसिल ने बंद कराया काम
कुराली की सिसवां रोड पर स्थित चावला रेस्टोरेंट के साथ लगते पार्क वाली जगह पर ठेकेदार द्वारा बनाए जा रहे मैरिज पैलेस को लेकर लोगों के रोष को देखते नगर कौंसिल ने निर्माण कार्य को बंद करवा दिया है जबकि लोगों ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : कुराली की सिसवां रोड पर स्थित चावला रेस्टोरेंट के साथ लगते पार्क वाली जगह पर ठेकेदार द्वारा बनाए जा रहे मैरिज पैलेस को लेकर लोगों के रोष को देखते नगर कौंसिल ने निर्माण कार्य को बंद करवा दिया है जबकि लोगों ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है।
जानकारी के अनुसार नगर कौंसिल की मालिकी वाली जगह पर पिछले लंबे समय से पंजाब टूरिज्म विभाग के सहयोग से बनाया रेस्टोरेंट प्राइवेट रूप से चावला रेस्टोरेंट के नाम से लीज पर चल रहा है। जबकि अब इसी प्राइवेट फर्म ने रेस्टोरेंट के साथ खाली पड़ी जगह पर मैरिज पैलेस बनाना शुरू कर दिया तथा निर्माण का काम पिछले दो माह से चल रहा है। इस अवैध रूप से हो रहे निर्माण के मामले में नगर कौंसिल की उदासीनता के कारण लोगों में गहरा रोष पाया जा रहा है। मामले को तूल पकड़ता देख नगर कौंसिल ने तुरंत नोटिस लेते हुए इस निर्माण को बंद करवा दिया है।
मंजूरी तो दूर नक्शा फीस भी नहीं भरी
शहर के कुछ गणमान्यों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस फर्म द्वारा पार्क वाली जगह पर जो मैरिज पैलेस बनाया जा रहा है उसके लिए न तो मंजूरी ली गई है तथा न ही नक्शा फीस भरी गई है। फर्म का ठेकेदार रेस्टोरेंट के पार्क को खत्म करते हुए वहां मैरिज पैलेस के लिए कमरों का निर्माण कर रहा है जोकि पूरी तरह से गैरकानूनी है। गणमान्यों ने बताया कि ऐसी किसी भी इमारत का निर्माण करने से पहले सुरक्षा नियमों के तहत फायर ब्रिगेड विभाग सहित प्रदूषण कंट्रोल विभाग के साथ साथ नगर कौंसिल व कुछ अन्य विभागों से मंजूरी लेना अनिवार्य होता है।
निर्माण की परमिशन का दावा कर रहा आरोपित
लोगों ने बताया कि इस निर्माण कार्य की देख-रेख कर रहे मलकीयत ¨सह खुद को रेस्टोरेंट का मालिक बताते हुए दावा कर रहे हैं कि उन्होंने नियमानुसार मंजूरी लेने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू करवाया है।
नहीं ली मंजूरी, नोटिस भेज काम कराया बंद
नगर कौंसिल के कार्यकारी अफसर गुरदीप ¨सह ने बताया कि रेस्टोरेंट के प्रबंधकों को नोटिस जारी करते काम बंद करवा दिया गया है क्योंकि जो काम करवाया जा रहा है उसके लिए कोई मंजूरी नहीं ली गई है।