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जाता-जाता मानसून कर गया फसलों को तबाह

सुभाष शर्मा, नंगल : मानसून के खत्म हो रहे सीजन में अचानक तेज हुई बारिशों ने जनजीवन प्रभावित कर दिया

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 11:34 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 11:34 PM (IST)
जाता-जाता मानसून कर गया फसलों को तबाह
जाता-जाता मानसून कर गया फसलों को तबाह

सुभाष शर्मा, नंगल : मानसून के खत्म हो रहे सीजन में अचानक तेज हुई बारिशों ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। गत दो दिन पहले बारिश के साथ चली तेज हवाओं ने फसलों को काफी प्रभावित किया। अच्छी फसल की उम्मीद लगाए बैठे किसान पहले तो बारिश पड़ने से खुश हो गए थे, लेकिन ज्यादा पड़ रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। शिवालिक पहाड़ियों से सटे नीम पहाड़ी इलाके के किसानों की मक्की की फसल को बारिश ने खराब कर दिया है। रविवार दिनभर आसमान पर छाए काले बादलों के बीच तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक ही बना रहा। वहीं हवा में नमी की मात्रा 76 प्रतिशत होने के चलते अभी भी उमस भरी गर्मी परेशान करती नजर आ रही है।

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विस स्पीकर से मुआवजे की मांग

रायपुर पट्टी गांव के किसान राकेश सिंह राणा, होशियार सिंह, बलविंदर सिंह, अजमेर सिंह, कश्मीर सिंह, अरूण कुमार, केहर सिंह, दिलबाग सिंह, मोहन सिंह आदि ने बताया कि बारिश पड़ने से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। मक्की की फसल प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। स्पीकर राणा केपी सिंह से मांग उठाई कि सरकार जल्द विशेष गिरदावरी करवा कर किसानों के लिए मुआवजे का प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि बारिश तो फसलों के लिए लाभप्रद थी। लेकिन तेज हवाओं ने फसलों को जमीन पर बिछा दिया है। निकटवर्ती हिमाचल के गांव फतेहपुर मरहाल, रायपुर सहोड़ां, जनकौर, छतरपुर, हंडोला आदि में भी तेज हवाओं ने फसलों को नुकसान पहुंचाते हुए किसानों को निराश कर दिया है।


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