बारिश के कारण एक तरफ झुकी पब्लिक टॉयलेट की इमारत, हादसे का खतरा बढ़ा
वार्ड नंबर चार में जर्जर दीवारों के ऊपर बनाई गई पब्लिक टॉयलेट की इमारत किसी भी समय गिर सकती है।
जागरण संवाददाता, नंगल
नियमों को ताक पर रख वार्ड नंबर चार में जर्जर दीवारों के ऊपर बनाई गई पब्लिक टॉयलेट की इमारत किसी भी समय गिर सकती है। मलमूत्र युक्त गंदगी को सीवरेज से जोड़ने की बजाय सीधा नाले में गिराया जा रहा है। नाले की दीवारों पर बनाया गया टॉयलेट बारिश की वजह से एक तरफ झुक गया है। इलाके के नागरिकों में शामिल शुभ धवन, सरवन कुमार, जगदीश राणा, हरविंदर सिंह, विकास खन्ना, विशाल राणा, संजय व चरण सिंह ने गत 14 अक्टूबर को मांग की थी कि टॉयलेट को ठीक करने के साथ-साथ उसकी नींव की मजबूती भी बढ़ाई जाए, लेकिन इस दिशा में हुई कार्रवाई मात्र औपचारिकता ही रही। अब बीते दिनों हुई बारिश से यह टॉयलेट एक तरफ धंस गया है, जिससे यहा किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
उधर साथ लगती सरकारी कॉलोनी के लोगों ने भी कहा कि टॉयलेट की गंदगी उस नाले में फेंकी गई है, जो सालों से बंद पड़ा है। ऐसे में उठ रही बदबू से घरों में बैठना मुहाल हो गया है। बता दें कि इस पब्लिक टॉयलेट का उद्घाटन 15 जनवरी 2014 को राज्य के पूर्व केबिनेट मंत्री मदन मोहन मित्तल ने किया था। तैयार हो चुका है एस्टीमेट
फोटो 14 एनजीएल 10 में है।
वहीं वार्ड नंबर चार की पार्षद रोजी शर्मा ने कहा है कि पब्लिक टॉयलेट को ठीक करवाने का एस्टीमेट तैयार हो चुका है। जल्द काम शुरू हो जाएगा। यह मसला कौंसिल के ध्यान में भी लाया गया है।